एकता की शक्ति का परिचय देते हुए महिलाएं सब्जी उत्पादन कर अपने गांव को दिला रही अलग पहचान
बुरहानपुर। (अमर दिवाने) - हरी सब्जियों का जीवन में महत्व बताते हुए नाचनखेड़ा गांव की रहने वाली सुनीताबाई ने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति में सुधार करने के उद्देश्य से आजीविका मिशन के तहत स्वयं एवं अपने ही गांव की अन्य महिलाओं को प्रेरित कर एक समूह तैयार किया। सुनीता बताती है कि अखंड भारत के नाम से समूह को तैयार करने के लिए किस प्रकार अन्य महिलाओ को जागरूक किया जिससे सभी की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ।
समूह तैयार हो जाने पर सुनीताबाई द्वारा बैंक समूह के नाम पर 1 लाख रूपये का लोन लेकर अपने व्यवसाय को बढ़ाकर बढे़ स्तर पर सब्जी उत्पादन का काम कर रही है। वहाँ 12 महीने सब्जी उत्पादन कार्य किया जाता है। सुनीता बताती है कि लागत निकलने के बाद भी हमें एक लाख रूपये तक की आमदनी बच जाती है। अब हमारे परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी है, हम परिवार का गुजारा अच्छे से कर पा रहे है। सुनीताबाई ने अपने समूह के सदस्यों को सशक्त नहीं किया, बल्कि अपने गांव में अन्य महिलाओं को भी समूह में जोड़कर छोटी-छोटी बचत के माध्यम से कैसे आगे बढ़ा जाये के संबंध में मार्गदर्शन देकर सशक्त भी कर रही है, उन्हे देखकर अन्य महिलाएं भी प्रेरित हो रही है।
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