पान मसाला में हो रही खुली लूट रेट कम होने के बाद भी अंकित मूल्य से अधिक में बिक रहा सामान
धामनोद (मुकेश सोडानी) - गत माह से चल रहे लॉकडाउन के कारण भले ही अन्य व्यापारियों की आर्थिक स्थिति डूबने के कगार पर आ गई हो, लेकिन पान मसाला और गुटखा का व्यवसाय करने व्यापारियों की इन दिनों सारी उंगलियां घी में ही है क्योंकि लॉक डाउन में इन्होंने भरपूर पैसा कमाया कीमत से तीन गुना अधिक मूल्य से माल बेचकर लाखों रुपए की कमाई कर ली जो गुटखा पाउच ₹10 में बिकता था वह ₹25 में बेचा गया जिससे पान मसाला के कारोबारियों ने जमकर पैसा कमाया अब लॉक डाउन खत्म होने के बाद धीरे-धीरे गुटखा मसाला के भाव वापस धरातल पर आ गए लेकिन कारोबारी भाव कम करने का नाम नहीं ले रहे जिससे बाजार में अभी भी कालाबाजारी चल रही है नाम न छापने की शर्त पर कुछ पान दुकान विक्रेताओं ने बताया कि पान मसाला व्यापारिक नगर में जमकर लाभ उठा रहे हैं पहले लाकडाउन में इनके पास लाखों रुपए का माल था तब 4 गुना कीमत लेकर माल बेचा अब जब भाव कम हो गए तो यह लोग भाव कम करने का नाम नहीं ले रहे क्योंकि इन्होंने इन्हें मोटी कमाई करने की आदत पड़ चुकी है क्षेत्र में लगभग सभी दूर खुदरा मूल्य से अधिक कीमत पर पान मसाला बेचा जा रहा है हालांकि पान दुकानदार कारोबारियों की इसे अधिक मूल्य में बेचने की मजबूरी है क्योंकि वह भी अधिक राशि देकर सामान खरीद रहे लेकिन जो लोग इस गोरखधंधे में लिप्त होकर अंकित मूल्य से कई गुना अधिक राशि अभी भी वसूलना चार है उन पर अभी तक विभाग की नजर नहीं पड़ी इसी का फायदा उठाकर यह लोग लगातार कमाई कर रहे हैं उदाहरण के लिए बताया गया कि 180 रुपए अंकित मूल्य का पान मसाला अभी भी 200 में बेचा जा रहा है जबकि फुटकर विक्रेताओं को खेरची में सामान बेचने पर मात्र ₹220 प्राप्त होते हैं मतलब पूरा माल एक-एक करके भेजने पर सिर्फ ₹20 ही कमाई मिल रही है क्योंकि थोक में कमाई बड़े मसाला व्यापारी ही कर रहे है
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