पुलिस न्यायालय में कार्यरत एक वकील से मिली हुई एक ही वकील को दिए जाते हैं सारे प्रकरण
धामनोद (मुकेश सोडानी) - धरमपुरी अभिभाषक संघ ने थाना प्रभारी राजकुमार यादव को उनके ही थाने पे पदस्थ पुलिसकर्मियों की शिकायत को लेकर एक ज्ञापन सौंपा ज्ञापन में बताया गया कि धामनोद थाने पर पदस्थ पुलिस कर्मी जिसमें सहायक उप निरीक्षक एवं प्रधान आरक्षक अपने पद एवं प्रभाव का दुरुपयोग कर थाना क्षेत्र में घटित अपराध के संबंध में आरोपियों को डरा धमका कर धरमपुरी न्यायालय में अभिभाषक एम एल देवड़ा से सांठगांठ कर सारे प्रकरण उन्हीं को दिए जाते हैं बताया गया कि यदि थाना क्षेत्र में 10 अपराध घटित होते हैं तो उनकी जमानत एवं अन्य दस्तावेजों से संबंधित अधिकतम केस देवड़ा को ही मिलते हैं जिससे साफ साफ प्रतीत होता है कि थाने के पुलिसकर्मी वकील देवड़ा से मिले हुए हैं ओर कमीशन पर कार्य करते हैं आरोप लगाते हुए अभिभाषक संघ के अध्यक्ष लाल मोहम्मद शेख ने बताया कि मोटी कमीशन लेकर न्याय दिलाने के नाम पर कमीशन का खेल चल रहा है यहां तक कि प्रकरण में आरोपी को यह तक कहा जा रहा है कि हम आपका प्रकरण कमजोर कम देंगे हमारी सेटिंग है ओर सिर्फ वकील देवड़ा को ही नियुक्त करना एक साठ घाट को दर्शाता है ऐसे आरोप सभी वकीलों द्वारा लगाए गए
एक ही वकील को क्यों थोपे जा रहे केस निश्चित कमीशन बाजी भो रही
वकीलों ने बताया कि एम एल देवड़ा पूर्व में न्यायालय के एक कर्मचारी थे तथा स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर वकालत प्रारंभ कर दी अब अपने प्रभाव का दुरुपयोग कर पुलिस अधिकारी एसआई प्रधान आरक्षक से सांठगांठ कर सेटिंग होने का हवाला देकर पक्षकारों को भ्रमित कर न्याय का सौदा कर रहे है जिससे कई पक्षकारों को न्याय भी नहीं प्राप्त हो रहा है जेल में विचाराधीन बंदी इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है अधिवक्ता देवड़ा पर आरोप लगाते हुए सभी वकीलों ने एकजुट में कहा कि वह झूठे क्लेम प्रकरण बनाना वाहन लगाना वाहन की सुपुर्दगी वाहन चालक की जमानत अपने जूनियर से करवाना यह सब खुलेआम कर रहे हैं अधिवक्ता देवड़ा द्वारा प्रस्तुत अवार्ड पारित करवाना यह सब न्याय के मंदिर में खुले आराम खुलेआम हो रहा है जो अनुसंधान का विषय है सभी वकीलों ने तत्काल मामले की जांच के लिए थाना प्रभारी राजकुमार यादव को ज्ञापन सौंपा
पांच न्यायालय कर्मचारी और दो पुलिस कर्मियों का हो चुका है पूर्व में तबादला
वकीलों ने बताया कि देवड़ा अधिवक्ता न्यायालय कर्मचारी एवं पुलिसकर्मियों धामनोद की युक्ति बाबत प्रस्ताव पारित किया गया था जिस पर तत्कालीन न्यायधीश देव नारायण शुक्ला को जांच अधिकारी नियुक्त कर जांच की गई थी जिसमें पांच न्यायालय कर्मचारी एवं दो पुलिस कर्मचारी का स्थानतरण भी हुआ था वकीलों ने एकजुट होकर कहा कि यदि थाने से इस प्रकार की कमीशन खोरी एवं भ्रष्टाचार बंद नहीं हुआ तो चरणबद्ध आंदोलन पर बाध्य होना पड़ेगा
इनका कहना है
उपरोक्त मामले में एक आवेदन पत्र वकीलों द्वारा प्रस्तुत किया गया है जिस की निष्पक्षता से जांच करवाई जाएगी
राजकुमार यादव
थाना प्रभारी धामनोद
लगाए गए सारे आरोप निराधार है मेरी कार्यशैली बेहतर है कम फीस पर में आमजन के लिए कार्य करता हूं इसीलिए लोग मेरे पास आते हैं पुलिस से मेरा कोई सांठगांठ का मामला नहीं है
एम एल देवड़ा
अभिभाषक धरमपुरी
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