पति ने पत्नी की हत्या करके शव को जंगल में छिपाया | Pati ne patni ki hatya krke shav jo jungle main chipaya

पति ने पत्नी की हत्या करके शव को जंगल में छिपाया

पति ने पत्नी की हत्या करके शव को जंगल में छिपाया

डिंडौरी (पप्पू पड़वार) - जिले के समनापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम खम्हरिया निवासी एक ग्रामीण द्वारा अपनी पत्नी की हत्या कर उसके शव को जंगल में छिपाने का मामला सामने आया है। शव छिपाने के बाद पति फरार हो गया। सूचना पर पुलिस ने महिला का शव जंगल से बरामद कर लिया है। पुलिस ने आरोपित पति के खिलाफ धारा 302, 201 के तहत प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। जानकारी दते हुए थाना प्रभारी उमाशंकर यादव ने बताया कि ग्राम पंचायत अतरिया अंतर्गत खम्हरिया के नजदीक जंगल में महिला का शव मिला है। जिस अवस्था में शव मिला है, उससे साफ तौर पर लग रहा है की मृतक महिला सीता बाई मरावी (28) की निर्ममतापूर्वक हत्या कर सबूत छिपाने के लिए शव को जंगल में छिपाया गया है। आरोपित पति गंगेश्वर मरावी की गिरफ्तारी के लिए पतासाजी जारी है।


रजामंदी से कराई गई थी शादी

मृतक महिला के पिता गया प्रसाद ने बताया की उसकी बेटी सीता 10 वर्ष पूर्व गांव के ही गंगेश्वर के साथ प्रेम संबंध के चलते मुंबई भाग गई थी। कुछ समय बाद वापस लौटने पर उनकी रजामंदी के अनुसार शादी करा दी गई थी। पिता ने बताया की हमेशा पति-पत्नी के बीच विवाद होता रहता था। 11 जून की दोपहर में गंगेश्वर खेत में हल चला रहा था, वहीं नजदीक ही सीता खलिहान में महेंद्र व छोटी बाई के साथ काम कर रही थी। तभी गंगेश्वर अपनी पत्नी को घर ले जाकर मारपीट करने लगा। मौके पर मौजूद आठ वर्षीय बेटी ने मम्मी पापा के बीच विवाद होता देख नाना नानी को सूचना दी।

पति ने पत्नी की हत्या करके शव को जंगल में छिपाया

मौका पाते ही जंगल में छिपाया शव

पुलिस के मुताबिक सूचना मिलते ही वहां मृतका का भाई देवेंद्र पहुंचा तो घर में ताला लगा मिला। कुछ दूरी पर आरोपित गंगेश्वर अपने चाचा के बैठा था। देवेंद्र ने अपनी बहन की जानकारी लेनी चाही तो अरोपित जीजा ने बरगलाते हुए बताया की तुम्हारी बहन कहीं भाग गई है। भाई को क्या पता था की जीजा ने उसकी बहन को मौत के घाट उतारकर घर के अंदर ही रखा है। परिवार के लोग सीता की तलाश में लगे रहे। इस बीच मौका पाते ही दूसरे दिन अरोपित ने पत्नी का शव जंगल में झाड़ी के बीच छिपा दिया।

पत्तों के नीचे ढंका मिला शव

स्वजनों को जब सीता का कहीं पता नहीं चला तब 15 जून को उसके पिता गया प्रसाद जंगल की ओर अपनी बेटी की तलाश करने निकले। जंगल में उन्हें मृत शरीर की गंध महसूस हुई। नजदीक जाकर देखा तो झाड़ियों के बीच पत्तों से ढंका शव नजर आए जिसे जंगली जानवरों ने क्षत-विक्षत कर दिया था। आरोपित गंगेश्वर की मां सुंदरिया बाई ने बताया कि उसकी बहू सीता बाई के चरित्र पर संदेह करते हुए दोनों में विवाद होता ही रहता था।

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