हाईटेक होने का दावा फिर भी शहर की एक भी लाइब्रेरी नहीं हो सकी डिजिटल
 *दो प्राइवेट अस्पताल से रेफर मरीज नागपुर में निकला कोरोना पॉजिटिव*
 *लॉकडाउन इतनी जल्दी भूल गया मह कमा फिर से लगने लगे जाम*
जबलपुर (संतोष जैन) - वर्तमान युग में जहां तमाम चीजें डिजिटल मोड़ पर आ चुकी हैं वहीं दूसरी ओर शहर की एक भी लाइब्रेरी डिजिटल नहीं हो सकी है  यह सभी परंपरागत तरीके से चल रही है कोरोना संक्रमण के चलते शिक्षण संस्थान बंद हैं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हो या फिर अन्य परीक्षाओं के लिए आवश्यक मैथ्स गाइड आदि उपलब्ध है संक्रमण काल में ताला लग गया है अगर होती तो युवाओं के लिए मददगार साबित होती 
 दो प्राइवेट अस्पताल से   रेफर मरीज निकला कोरोना पॉजिटिव
 शहर में  कोरोना की जांच में प्राइवेट अस्पतालों की लापरवाही का एक और मामला सामने आया है  अधारताल क्षेत्र का एक व्यक्ति बीमार होने पर आगा चौक स्थित निजी अस्पताल गया मरीज को लीवर सिरोसिस की समस्या थी उसे भर्ती कर के अस्पताल के डॉक्टरों ने उपचार किया राहत नहीं मिलने पर मरीज होम साइंस कॉलेज रोड स्थित एक अस्पताल में जांच के लिए पहुंचा वहां भी चिकित्सकों ने जांच करके दवा दी लेकिन मरीज की सेहत में सुधार नहीं हुआ परिजन मरीज को नागपुर ले गए वहां चिकित्सकों ने जांच के बाद  कोरो ना टेस्ट कराया तो वह   कोरोना पॉजिटिव निकला मरीज नागपुर के अस्पताल में उपचार करा रहा है हैरानी वाली बात यह है कि शहर के 2 प्राइवेट अस्पताल में मरीज का उपचार किया लेकिन उसकी कोरोना जांच नहीं कराई ऐसे मरीज के बारे में स्वास्थ्य विभाग को भी सूचित नहीं किया
 लॉकडाउन इतनी जल्दी भूल गया महकमा फिर से लगने लगे जाम 
अभी  शहर लॉकडाउन  से बाहर ही हुआ है   कोरोना का खतरा बरकरार है इसके बावजूद शहर के तमाम हिस्सों में जाम लगने लगा है दोपहिया वाहन चालक खतरनाक ढंग से तीन सवारी फर्राटा भर रहे हैं चार पहिया वाहनों का रेला उड़ने लगा है लेकिन ज्यादातर पॉइंट पर ट्रैफिक पुलिस  पेट्रोलिंग करती नजर नहीं आती जब की ट्रैफिक थाने के संसाधन भी बढ़ गए हैं कुछ चौराहों पर पुलिस होती भी है तो ट्रैफिक चालान काटने पर रहता है
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