सादगी के साथ मनाया गया ईद का पर्व, शासन-प्रशासन की एडवाईजरी का किया पालन |shadgi ke sath manaya gya ed ka parv shasan -prasasan ki edwaijari ka kiya palan



अलीराजपुर ( रफ़ीक कुरेशी) - मुस्लिम समाज के पवित्र रमजान के एक माह रोजे बाद सोमवार को ईद का पर्व जारी लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए समाजजनों सादगी के साथ मनाया। कोरोना संक्रमण के चलते प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए समाज के लोगों चंद लोगों को छोड़ सभी ने अपने-अपने घरों में ही नमाज अदा की, साथ ही देश मे अमन-चैन और कोरोना महामारी से हिफाजत की दुआएं भी मांगी गई। वहीं समाजजनों ने शोषल मीडिया के माध्यम से एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। 
सादगी के साथ मनाया गया ईद का पर्व, शासन-प्रशासन की एडवाईजरी का किया पालन |shadgi ke sath manaya gya ed ka parv shasan -prasasan ki edwaijari ka kiya palan
सादगी के साथ मनाया गया ईद का पर्व, शासन-प्रशासन की एडवाईजरी का किया पालन |shadgi ke sath manaya gya ed ka parv shasan -prasasan ki edwaijari ka kiya palan 
उल्लेखनीय है कि ईद पर्व को लेकर प्रभारी शहर काजी सैय्यद हनीफ मियां ने समाजजनों को  बेवजह घरों से बाहर नहीं निकलने और पुलिस तथा प्रशासन का सहयोग करने का  आह्वान किया था। इस बार प्रशासन ने नगर की सभी मस्जिद में निर्धारित लोगों को नमाज अदा करने के निर्देश थे। जिसके चलते प्रशासन के आदेश की पालन करते हुए अधिकतर लोगों ने अपने-अपने घरों में नमाज अदा की और बधाई देने में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया। मस्जिदों में चंद लोगों के द्वारा विशेष नमाज और खुतबा  पढ़ समाज के लोगों ने अलीराजपुर सहित पूरी दुनिया में हर इंसान को कोरोना बीमारी से हिफाजत में रखने की दुआएं मांगी गई।

सादगी के साथ मनाया गया ईद का पर्व, शासन-प्रशासन की एडवाईजरी का किया पालन |shadgi ke sath manaya gya ed ka parv shasan -prasasan ki edwaijari ka kiya palan
सादगी के साथ मनाया गया ईद का पर्व, शासन-प्रशासन की एडवाईजरी का किया पालन |shadgi ke sath manaya gya ed ka parv shasan -prasasan ki edwaijari ka kiya palan 


बच्चों की ईदी पर पड़ी कोरोना की मार
 ईद का पर्व करीब आते ही बच्चों के चेहरों पर अलग ही खुशी नजर आती है। क्योंकि बच्चों को अपने परिजनों सहित अन्य जान-पहचान वालों से ईदी के रूप में जमकर नगद राशि मिल जाती है।लेकिन इस बार कोरोना वायरस की महामारी के चलते घरों में ही रहना पड़ा, जिससे उनको मिलने वाली ईदी पर भारी नुकसान उठाना पड़ा,जिससे उनके चेहरे पर मायूसी साफ नजर आ रही थी।

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