कियोस्क संचालको द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में की जा रही है अवैध वसुली | Kiyosk sanchalako dvara gramin shetr main ki ja rhi hai

कियोस्क संचालको द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में की जा रही है अवैध वसुली

पूर्व विधायक चौहान ने कलेक्टर के नाम लिखा पत्र


आलीराजपुर (रफीक क़ुरैशी) - जिले में कियोस्क संचालकों के द्वारा छोटे छोटे खाताधारको को जो राशि प्रधानमंत्री जनधन योजना, उज्जवला गैस योजना, आपदा प्रबंधन के तहत केंद्र व राज्य सरकार से विभिन्न कार्यक्रमों के तहत प्राप्त हो रही है उस पर कियोस्क संचालकों की नजर लग गई है एवं ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले गरीब एवं वंचित वर्ग के लोग इसका शिकार हो रहे है। सोंडवा विकासखंड के ग्राम ओझड़ का ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जिसमें कियोस्क संचालक द्वारा ग्रामीणों को अंधेरे मे रखकर उन्हें कम राशि देते हुए शेष राशि अपने पास ही रख ली। इस प्रकार की शिकायत प्राप्त होने के बाद पूर्व विधायक नागरसिंह चौहान ने कलेक्टर सुरभि गुप्ता के नाम पत्र लिखकर उनसे जांच कर कार्रवाई की मांग की है। पूर्व विधायक चौहान ने बताया कि उनके द्वारा सांसद गुमानसिंह डामोर की उपस्थिति में कलेक्टर गुप्ता को सोरवा क्षेत्र के कियोस्क संचालक द्वारा बरती जा रही अनियमितता की शिकायत पूर्व मे की गई थी। लेकिन अभी तक उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिसको देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि प्रशासन की मंशा वंचित वर्ग को न्याय दिलाने की नहीं है। चौहान ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि अनेक ग्रामीण क्षेत्रों से उनके पास शिकायते आ रही थी कि उन्हें कम पैसा दिया जा रहा है पर अब जब पुख्ता रूप से ओझड़ के लोगों के द्वारा उनसे शिकायत की गई तो वे इस बात को पुरी दमदारी के साथ कलेक्टर के समक्ष उठा रहे है ताकि पीड़ित लोगों को न्याय मिल सके।
इन लोगों ने की शिकायत
पूर्व विधायक चौहान ने बताया कि ओझड़ के वारती फलिया निवासियों द्वारा मुझे अवगत करवाया गया कि कियोस्क संचालक दिनेश पिता नानसिंह जो गांव गांव में जाकर हितग्राहियों से विड्रावल पर हस्ताक्षर लेकर जो राशि दे रहा है वह हितग्राहियों को कम दी जा रही है जबकि दिनेश सस्तीया द्वारा हितग्राहियों के खाते से अधिक राशि निकाली जा रही है। वारती फलिया निवासी सुरसिंह पिता नारायण को दिनेश द्वारा 2 हजार रूपए दिए गए जबकि उसके खाते से 5 हजार रूपए की राशि निकाली गई इसी प्रकार राजू पिता नारायण 2 हजार रूपए दिए गए जबकि उनके खाते से 7 हजार रूपए की राशि निकाली गई। हिरला पिता वेस्तीया को 1 हजार रूपए दिए गए। जबकि उसके खाते से पूरी राशि निकाल ली गई। सायदी पिता हिरला के खाते से पूरी राशि निकालने के बाद उसे 3 हजार रूपए ही दिए गए। वहीं मसरी पिता रूमालिया के खाते से पूरी राशि निकालने के बाद 1500 रूपए ही उसे दिए गए। श्री चौहान ने कलेक्टर सुरभि गुप्ता से इस शिकायत की भोतिक सत्यापन करवाकर जांच कराते हुए कार्रवाई की मांग की है।  
अनाज वितरण में हो रही गड़बड़ी
पूर्व विधायक चौहान ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से आपदा के चलते प्रति व्यक्ति 5 किलो प्रतिमाह चावल निशुल्क दिया जा रहा है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश लोगों को इस बात की जानकारी नहीं है जिसके चलते सोसायटियों में बैठने वाले संचालक उसका नाजायज फायदा उठाकर अनाज वितरण में भारी गड़बड़ी कर रहे है साथ ही दिए जा रहे चावल का पैसा भी ले रहे है। चौहान ने क्षेत्र के पढ़े लिखे लोगों से अपील की है कि वे इस बात का ध्यान रखते हुए गरीबों को मिलने वाले अनाज वितरण में सहयोग कर उन्हें प्रति व्यक्ति के हिसाब से दिए जा रहे अनाज की जानकारी दे ताकि ग्रामीण लोग पूर्ण मात्रा मे अनाज ले सके क्योंकि कई जगह अनाज वितरण में गड़बड़ी करते हुए उन्हें कम मात्रा मे अनाज दिया जा रहा है।

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