गुजरात रोजगार के लिये गये मजदुर लाॅक डाउन के चलते परेशान
बरमण्डल (नीरज मारू) - गुजरात रोजगार के लिये गये मजदुर लाॅक डाउन के चलते परेशान है। एक माह से अधिक का समय लाॅक डाउन का हो चुका है। बैरोजगार हो चुके इन मजदुरो की सहायता के लिये परदेश मे कोई सुनने वाला नही। घर पर आने के लिये ना पैसा है और ना ही कोई साधन। लाॅकडाउन के चलते कंपनी ने इन्हे निकाल दिया। सडको पर रात गुजारने के बाद पैदल की घर की और रवाना होने के अलावा इनके पास अब कोई चारा नही बचा।
ग्राम सन्दला ओर बरमण्डल से गये प्रकाश पिता नर्सिंग सन्दला, ईश्वर पिता जगदिश, जितेन्द्र बरमण्डल के है जो मोरबी गुजरात मे काम (मजदुरी) करने गए थे। एक कम्पनी मे काम करते थे ओर अपना गुजारा करते थे परंतु जब सब काम बन्द पडा है ऐसे मे अब वे लोग गाँव कि ओर आ रहे हे जिनके पास ना खाने के पेसे हे ओर ना आने कि कोई व्यवस्था ऐसे मे ये लोग पेदल चल कर लगभग 250 किलोमीटर पेदल अहमदाबाद के आसपास आ गये हे इनके साथ बच्चे भी है।
जब सन्दला से उनके भाई कि बात होती है तो वो अपनी व्यथा सुनाते हे ओर कहते हे हमारी कोई मदद नही कर रहा हे हम कभी खाना खा लेते हे तो कभी कभी भुखा हि सोना पड रहा हे ओर सतत चलने से हम बहुत परेशान हो गए है रास्ते मे पुलिस भी बहुत परेशान कर रही हे इन लोगो का कहना है हम रुके तो खाने कि व्यवस्था नही हे ओर चले तो कब तक चले अब भी करिबन 250-300 किलोमीटर ओर चले तब जाकर घर सन्दला तक पहुच पायेंगे ऐसे मे शासन से गुहार कर रहे हे की हमारी मदद करे। वैसे प्रदेश के मुखिया गुजरात से मजदुरो को लाने के लिये कोशिश कर रहे हैै। ऐसे मे सडक पर पैदल आ रहे इन मजदुरो की और नजरे कर इनकी घर वापसी की राह आसान करना चाहिये।
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कोई मदद नहीं हो रही है
ReplyDeleteबहुत परेशान भी हो रहे हैं
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