कोरोना से जंग जीतकर सकुशल लोटे जिले के पहले कोरोना योद्धावीर इंतज़ार खान
अलीराजपुर (रफीक क़ुरैशी) - दिल मे अगर हौसला ओर जज्बा हो तो हर मुसीबत ओर बीमारी आसान हो जाती है। फिर कहते है कि कोरोना वायरस से डरने का नही बल्कि उससे लड़ने का है। इस बात को सार्थक किया है अलीराजपुर जिले के ग्राम उदयगढ़ के प्रथम कोरोना वायरस से पीड़ित मरीज इंतज़ार खान ने। करीब बाईस दिनों तक इंदौर के अरविंदो हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमण से संघर्ष कर परास्त कर जंग जीतकर आज गुरुवार को वह अपने प्रेथक गांव सकुशल लौट आए है। वह अब अपने परिवार के बीच पाकर बहुत खुश है।
*संघर्ष कर कोरोना से लड़ते रहे*
उल्लेखनीय है कि देशभर में कोरोना की महामारी के बीच आदिवासी बाहुल्य इस जिले में भी कोरोना वायरस की आमद हुई थी। विगत 14 अप्रैल को जिले के पहले मरीज के रूप में उदयगढ़ के जनशिक्षक इंतज़ार खान पाए गए। उल्लेखनीय है कि इंतज़ार खान को सर्दी, बुखार और खांसी के लक्षण पाए जाने पर जिला अस्पताल में विगत 08 अप्रेल को उपचार हेतु भर्ती किया और इनकी स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट इंदौर भेजी गई थी, जिसमे वह पोजेटिव पाए जाने पर जिला प्रशासन ओर स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें विगत 14 अप्रेल को अलीराजपुर चिकित्सालय से इंदौर रेफर कर दिया था। जहाँ उनका उपचार इंदौर के अरविंदो हॉस्पिटल में चल रहा था। वहां जाने के बाद इंतज़ार खान ने अपना हौसला ओर हिम्मत नही खोई, सतत संघर्ष कर कोरोना से लड़ते ओर जूझते रहे। उनके दिल मे एक ही उमंग थी कि किसी भी तरह से कोरोना को परास्त करना है। इंदौर में एक सप्ताह के दौरान उनके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार आने लगा ओर वह धीरे-धीरे ठीक होने लगे। इस बीच इंदौर में की गई उनकी दूसरी ओर तीसरी स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई। जिससे जिलेवासियो को राहत मिल गई ओर जिला पुनः ग्रीन झोंन की श्रेणी में आने लगा। इस तरह कोरोना से संगर्ष कर जंग जीतकर इंतज़ार खान इंदौर से दिनांक 29 अप्रेल बुधवार को देर शाम को डिस्चार्ज हो गए थे, परन्तु वाहन के अभाव में वह आज 30 अप्रेल गुरुवार 11:30 बजे के लगभग अरविंदो हॉस्पिटल से वाहन के माध्यम से पीथमपुर के समीपस्थ उनके प्रेथक गांव मण्डलावदा रवाना हुवे। जहां उनकी पत्नी और बच्चे एव उनके सम्बंधी रहते है।
*चिकिसको ओर स्टॉफ का सहयोग मिला*
उपचार के दौरान इंतज़ार खान को कुछ हौसला ओर हिम्मत चिकिसको ओर स्टाफ से मिला। हर पल स्टॉफ ने उनका ध्यान रखा। इस दौरान इंतज़ार खान को चिकिसको ओर स्टाफ के लोगो ने कोरोना से लड़कर कैसे जीता जाता है उसके लिए प्रेरित किया। खान को समय-समय पर उपचार, दवाईयां ओर नास्ता-भोजन मिलता रहा। इंतज़ार खान के परिजनों ने इस प्रतिनिधि को बताया कि चिकिसको ओर स्टॉफ का व्यवहार और उनकी सेवाएं बहुत अच्छी और काबिले तारीफ़ रही। उनकी बदौलत आज इंतज़ार खान सकुशल ओर पूरी तरह से स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट रहे है। परिजनों ने चिकिसको ओर स्टॉफ के लिए बहुत दुआएं की। साथ ही परिजनों ने आमजनो के लिए संदेश किया है कि कोरोना बीमारी से घबराने की जरूरत नही, बल्कि कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है। शोषल डिस्टेंट बनाकर स्वास्थ्य विभाग की जारी एडवाईजरी का परिपालन कर शासन-प्रशासन को सहयोग करे।
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