खंडहर हो रहा लाखों की लागत से बना मीट मार्केट
डिंडौरी (पप्पू पड़वार) - लाखो की लागत से जिला मुख्यालय में मीट मार्केट तो बनकर दो वर्ष पहले तैयार हो चुका है, लेकिन नगर परिषद की उदासीनता से व्यापारियों को दुकानें न तो आवंटित हो पा रही हैं और न ही नर्मदा नदी के किनारे संचालित मीट मार्केट को हटाया जा रहा है। गत दिनों नर्मदा घाट के किनारे बड़ी संख्या में मरी हुई मुर्गियां फेंकने का मामला भी सामने आया था। नगर के लोगों द्वारा इसका विरोध करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर मीट मार्केट को नर्मदा नदी के किनारे से हटाने की मांग भी की गई है। बताया गया कि यहां पचास से अधिक शेड मीट मार्केट में बनाए गए हैं, लेकिन प्रशासन स्तर पर दुकानों का आवंटन अटका दिया गया है।
आस्था से हो रहा खिलवाड़
नर्मदा नदी के किनारे मीट मार्केट संचालित हो रहा है। पुल के पास मिलने वाले नालों के किनारे और बस स्टैंड के पीछे की तरफ बड़ी संख्या में मीट की दुकानें संचालित हो रही हैं। यहां मुर्गों के पंख सहित अन्य हिस्से नालों के माध्यम से मां नर्मदा नदी में मिलते हैं। लोगों की आस्था से जुड़ी इस समस्या को लेकर कई बार विरोध प्रदर्शन भी हो चुका है, लेकिन गंभीरता से पहल न होने से समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है।
नर्मदा भक्तों ने दी आंदोलन की चेतावनी
नर्मदा नदी के किनारे बड़ी मात्रा में मरी हुई मुर्गिंयां मिलने के बाद नगर के लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। लोगों ने चेतावनी भी दी है कि यदि शीघ्र नर्मदा नदी के पास से मीट मार्केट नहीं हटाया गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। गौरतलब है कि मीट की गंदगी नाले की माध्यम से नर्मदा नदी में मिलकर पानी को भी प्रदूषित कर रही है। लंबे समय से चल रही मांग के बाद लाखों की लागत से बाईपास में मीट मार्केट तो बनाया गया, लेकिन दुकानें बनने के बाद भी खंडहर होने की स्थिति में पहुंच गई हैं। इस मामले में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है।
इनका कहना है
लाखों की लागत से मीट मार्केट तो बनकर तैयार है, लेकिन आवंटन का अधिकार प्रशासन को है। एक साल पहले ही फाइल आवंटन के लिए भेजी जा चुकी थी, लेकिन वहीं से दुकान आवंटन की प्रक्रिया अटकी है। मैंने कलेक्टर और एसडीएम से बात भी की है। उम्मीद है कि शीघ्र ही दुकानें आवंटित हो जाएंगी। मीट मार्केट को नए स्थान पर स्थानांतरित कराने की पहल शीघ्र होगी।
पंकज तेकाम
अध्यक्ष नगर परिषद डिंडौरी।
बायपास में बने मीट मार्केट में शीघ्र ही मीट की दुकानें स्थानांतरित कराई जाएंगी। प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। समस्या तो है। गत दिनों नर्मदा नदी घाट में मरी हुई मुर्गियां फेंकने से लोगों ने विरोध भी किया था। प्रयास है कि शीघ्र ही दुकानें यहां से हटाई जाएं।
शशांक आर्मो
सीएमओ नगर परिषद डिंडौरी।
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