आदिवासी देवी देवता पूजनीय स्थान का होगा जीणाद्वार
थांदला (कादर शेख) - विकासखंड के ग्राम पलाशडोर भीमफलिया जोहा में वर्षों पुराना राजा महाराजा के समय का मंदिर स्थापित है। स्थानीय बुजुर्गों का कहना है कि राजा के जमाने से यहां पर मूर्ति त्रिशूल और तीर कमान के साथ देवी देवता विराजित है। राजा महाराजा के समय का कुछ निर्माणकार्य अवशेष व मूर्ति को क्षेत्र में देखा जा सकता है। वर्तमान में आदिवासी समाज के लोग सावन माता एवं कामठिया देव के नाम से उक्त स्थान की पूजा अर्चना करते हैं। ग्राम पलासडोर के सरपंच चैन सिंह डामोर भीम फलिया के मुखिया दुली सिंह डामोर आदिवासी लोकगीत कलाकार नरेश डामोर थांदला विधानसभा के लोकप्रिय विधायक को उक्त पूजनीय स्थान पर लेकर पहुंचे जहां विधायक में थांदला विधानसभा के समस्त पूजनीय मंदिर कि जीर्णोद्धार की बात कही व पलाशडोर में स्थित मंदिर के दर्शन करके मठ मंदिर एवं न्यास समिति के मंत्री पीसी शर्मा बात की।विधायक ने कहा जल्द ही उक्त मंदिर के लिए नक्शा मौका बना कर निर्माण कार्य को गति देगे। स्थानीय श्रद्धालुओं एवं सरपंच ने विधायक से मंदिर जीर्णोद्धार के लिए ₹15 लाख के निर्माण कार्य की मदद की बात कही जिस पर विधायक वीर सिंह भूरिया ने सहमति जताई है।
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