महाशिवरात्रि का पावन पर्व श्रद्धा उल्लास से मनाया गया
झाबुआ (मनीष कुमट) - महाशिवरात्रि का पावन पर्व शुक्रवार को श्रद्धा, उल्लास से मनाया गया । भगवान शिव के दर्शनों के लिए नगर के सभी मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है। शिवालयों में भोर से दर्शन, पूजन अभिषेक के लिए भक्तों की कतार लगी रही । शिव मंदिरों में हर-हर महादेव की गूंज से साथ भक्त भगवान शिव का आशीष प्राप्त करते रहे । शिव उपासक शुभ मुहूर्त में शिवरात्रि के चारों पहर में अभिषेक पूजन किया। इस बार शिव भक्तों को खास संयोग में अभिषेक का अवसर मिला । इस बार यह पर्व और भी अधिक खास है। 117 साल बाद शिवरात्रि पर शनि अपनी स्वयं की राशि मकर में और शुक्र ग्रह अपनी उच्च राशि मीन में है। यह एक दुर्लभ योग है, जब यह दोनों बड़े ग्रह शिवरात्रि पर इस स्थिति में है। इससे पहले 25 फरवरी 1903 को ठीक ऐसा ही योग बना था और शिवरात्रि मनाई गई थी। पण्डित हिमांशु शुक्ला एवं विश्वनाथ शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि महाशिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग रहा । बुध और सूर्य कुंभ राशि में एक साथ हैं। इस वजह से बुध-आदित्य योग बना। इसके अलावा इस दिन सभी ग्रह राहु-केतु के मध्य का योग बना । इस वजह से सर्प योग भी बना रहा । शिवरात्रि पर राहु मिथुन राशि में और केतु धनु राशि में तथा शेष सभी ग्रह राहु-केतु के बीच रहने का दुर्लभ योग रहा । सूर्य और बुध कुंभ राशि में, शनि और चंद्र मकर राशि में, मंगल और गुरु धनु राशि में, शुक्र मीन राशि में रहेगें।
नगर सहित पूरे अंचल में भगवान भोलेनाथ का शिवरात्री पर्व पूरी श्रद्धा एवं भक्ति के साथ मनाया गया । नगर से 6 किलो मीटर दूर संग सिंगाजी महाराज की तपोभूमि देवझिरी तीर्थ परपण्डित हरिप्रसाद अग्निहौत्री की स्थापित परम्परा के अनुसार भव्याति भव्य रूप से महाशिवरात्री महापर्व आयोजित किया गया । प्रातःकाल पण्डितों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ महन्त श्री रूपादास के सानिध्य में माहरूद्राभिषेक किया गया ।डा. विक्रांत भूरिया एवं डा. श्रीमती शीना भूरिया ने भगवान भोलेनाथ का प्रातःकाल मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक पूजन किया । देवझिरी में आज काशी विश्वनाथ की तरह भक्ति की बयार दिखाई दी ।हजारो की संख्या में इस तीर्थ क्षेत्र पर गा्रमीणों एवं शहरी लोगों ने श्रद्धापूर्वक भगवान भोलेनाथ का पवित्र नर्मदा कुंड के पावन जल से अभिषेक किया तथा भगवान का बिल्वपत्र आंकडा,पुष्पमालायें,प्रसादी, भांग आदि अर्पित की । थांदला गेट मित्र मंडल के विधायक कलावती भूरिया, बण्टू अग्निहौत्री, नाथु ठेकेदार, हर्षभट्ट, मानसिंह मेडा, राजेश भट्ट, बबलु अग्निहौत्री, सत्यनारायण शर्मा मुकेश संघवी , जितेन्द्र अग्निहोत्री, राजेन्द्र अग्निहौत्री, श्री जोशी,मोहितसिंह चैहान, रौनक सिसौदिया, हरमन सोहेल, संजय डाबी, रिंकू रूनवाल,गौरव सक्सेना, मोहन जोशी,हितेश कांठी, लोकू माली, शेलेष दुबेे, विजय चैहान,सहित कलावती मित्र मंडल के सदस्यों ने सेवा भावना के साथ करीब 60 क्विंटल फलाहारा खिंचडी, के अलावा 25 क्विंटल ठंडाई एवं शरबत एवं प्रसादी का सम्मान पूर्वक वितरण किया । मंदिर में श्रीमती अनिता तोमर एएसआई के मार्गदर्शन व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई थी । महिलाओं एवं पुरूषों की लम्बी लम्बी कतारे लगी थी तथा कतारबद्ध होकर हर कोई ठंडाई एवं खिचडी की प्रसादी प्राप्त करता दिखाई दिया । इस अवसर पर झाबुआ विधायक एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया, युवा नेता डा. विक्रांत भूरिया ने भी भगवान भोलेनाथ के दरबार में कतार बद्ध होकर दर्शन लाभ लिये। इस अवसर पर विधायक कलावती भूरिया एवं विधायक वालसिंह मेडा भी उपस्थित रहे। देवझिरी में मेले जैसा माहौल दिखाई दिया तथा सैकडो की संख्या में फलाहारी वस्तुओं, पूजा पाठ, नारीयल, फुल,फल के अलावा आईस्क्रिम अरादि के दुकानें भी लगी रही । देर रात्री तक यहां भगवान के दर्शनों के लिये श्रद्धालुओं का जमावडा दिखाई दिया । हर कोइ्र्र भगवान भोलेनाथ की एक झलक प्राप्त करने के लिये इन्तजार करता दिखाई दिया । पुलिस की अच्छी व्यवस्था के चलते अनुशासनबद्ध होकर लोगों ने भगवान ओेढरदानी भोले नाथ के दर्शनों का लाभ उठाया ।
नगर के पुलिस लाईन स्थित महादेव मंदिर पर भी प्रातःकाल से दर्शन वंदन करने के लिये श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा ।भगवान की सुबह एवं शाम को महा मंगल आरती एवं प्रसादी का वितरण हुआ । नगर के मध्य मनकामेश्वर महादेव मंदिर में भी प्रातःकाल से ही दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा । यहा पण्डित विश्वनाथ शुक्ला एवं हिमांश्रु शुक्ला द्वारा रूद्राभिषेक एवं महारूद्र का पाठ किया गया । मंदिर में भगवान भोलेनाथ के विवाह के लिये मंडप भी सजाया गया तथा शुभ मुहर्त में भगवान एवं मां पार्वती का विवाह संपन्न हुआ । मंदिर में आकर्षक झांकी को निहारने के लिये सायंकाल काफी भीड रही तथा यहां भी फलाहारी खिचडी की प्रसादी का वितरण किया गया ।
नगर के मध्य भगवान सिद्धेश्वर महादेव मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया, रोशनाई की गई । मंदिर में भगवान भोलेनाथ का सायंकाल श्रृंगार किया गया । दिन भर पूजा अभिषेक का दौर जारी रहा। लोगों नेयहां भगवान को मत्थ टेक कर नमन किया ।
विवेकानंद कालोनी स्थित उमापति महादेव मंदिर को भी बिजली के बल्बों से आच्छादित किया गया । मंदिर की आकर्षक साज सज्जा की गई । सर्वोदय कलामंडल एवं उमापति महिला मंडल द्वारा यहां व्यापक प्रबध किये गये । पण्डित प्रदीप भट्ट द्वारा भगवान की संदर झांकी को निहारने के लिये सैकडो दर्शनार्थी पहूंचे । प्रातःकाल से पूजा अभिषेक के लिये मंदिर में कतारे लगी रही । सांयकाल मंदिर में महा आरती के बाद फलाहारा खिंचडी एवं मीठे शरबती दुध का वितरण किया गया ।
वही अनास नदी के तट पर स्थित भगवान पारदेश्वर महादेव मंदिर एवं दुग्धेश्वर महादेव मंदिर पर भी हजारों की संख्या में लोगो ने पहूंच कर भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चंना की । उद्योगपति बृजेन्द्र चुन्नु शर्मा के सौजन्य से दुग्धेश्वर महादेव का प्रातःकाल 21 किलो से अधिक दुध से दुग्धाभिषेक किया गया तथा महारूद्र हवन आयोजित हुआ । यहां भी प्रत्येक दर्शनार्थी को फलाहारी खिचडी एवं प्रसादी का सम्मानपूर्वक वितरण किया गया । इसके अलावा गोपाल कालोनी स्थित भगवान महाकांल मंदिर, गायत्री शक्तिपीठ स्थित भगवान महाकांल, बसंती कालोनी स्थित शिव मंदिर,नजरबाग स्थित अति प्राचिन शिव मंदिर में भी शिवरात्री पर्व पर भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना अभिषेक किया गया । इस अवसर पर लोगों ने उपवास रख कर अपनी श्रद्धा भक्ति प्रकट की । रात्री में शिवालयों में रात्री जागरण का भी आयोजन किया गया ।
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