चंद्रशेखर आजाद अमर रहे जैसे नारो के साथ मशाल जुलूस निकाला गया | Chandrashekhar azad amar rhe jese naro ke sath mashal julus nikala

चंद्रशेखर आजाद अमर रहे जैसे नारो के साथ मशाल जुलूस निकाला गया

चंद्रशेखर आजाद अमर रहे जैसे नारो के साथ मशाल जुलूस निकाला गया

झकनावदा (राकेश लछेटा)  - अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि पर झकनावदा नगर में नन्हे-मुंहे बच्चो द्वारा चंद्रशेखर आजाद की वेश भूषा धारण कर हाथ मे बंदूक लिए नगर में चंद्रशेखर आजाद अमर रहे जैसे नारो के साथ मशाल जुलूस निकाला गया। मशाल जुलूस नगर के प्रमुख मार्ग मिस्त्री मोहल्ला, सदर बाजार होते हुए स्थानीय बस स्टेण्ड पहुँचा जहाँ मशाल जुलूस एक सभा मे परिवर्तित हुआ।जुलूस में मुख्य रूप से हेमेंद्र जोशी, प्रदीप सिंह तारखेड़ी,विधायक प्रतिनिधि जितेंद्र राठौड़,परीक्षित सिंह राठौर,राजेन्द्र मिस्त्री,शुभम कोटड़िया,ओंकारलाल चोयल,कैलाश कटारा, गोपाल सोनी, विकाश जोशी,पवन अगास,अंकित नगरिया,मितेश जैन,नारायण राठौड़,नारायण परवार, विनोद राठोड़, जगदीश भायल सहित बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे। जिसके बाद उक्त जुलूस समापन सभा मे सभी ने अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद के तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। बाद शिक्षक हेमेंद्र जोशी ने अपने उद्बोधन में बताया कि 22 वर्षो पूर्व हम लोग झकनावदा से बस भरकर चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि मनाने भाभरा जाते थे, लेकिन आजाद नगर भाभरा नगर के काफी दूरी पर होने के कारण हम नगर वासियों ने यह पुण्यतिथि अपने नगर में अपने नगर के बच्चो एवं युवाओ के साथ मशाल जुलूस निकाल कर मनाना शुरू कर दिया। बाद सेल्यूट तिरंगा संस्था के जिलाध्यक्ष मनीष कुमट ने अपने उद्बोधन में आजाद की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि चंद्रशेखर आजाद एक वास्तविक आजाद पुरुष थे। ओर साथ ही देश को आजादी दिलाने में आजाद की अहम भूमिका रही। ठाकुर परीक्षित सिंह ने भी अपने उद्बोधन में आजाद की कार्यप्रणाली को संक्षिप्त में बताया।

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