प्रशासन सबसे पहले किसानों की रहने की व्यवस्था करें उसके बाद निर्माण शुरू करे - विधायक मेडा | Prashasan sabse pehle kisano ki rehne ki vyvastha kare

प्रशासन सबसे पहले किसानों की रहने की व्यवस्था करें उसके बाद निर्माण शुरू करे - विधायक मेडा 

प्रशासन सबसे पहले किसानों की रहने की व्यवस्था करें उसके बाद निर्माण शुरू करे - विधायक मेडा

धामनोद (मुकेश सोडानी) - दूधी, जेतापुर, नापी सहित अनेक गावों में एमपीआईटीसी कंपनी के द्वारा जमीन अधिग्रहण का कार्य शुरू कर दिया गया है । सबसे पहले शनिवार भीलपूरा पलासिया में प्रशासनिक अमला शनिवार दोपहर पहुंचा । वहां पर मौजूद ग्रामीणों के बीच धरमपुरी विधायक पांचीलाल मेडा भी पहुंचे । गौरतलब है कि दूधी क्षेत्र के साथ बहुत बडे हिस्से मे प्रशासन महाउद्योग की तैयारी कर रहा है । लेकिन उसमें बरसों से रहने वाले लोगों की बसाहट, उनके रोजगार और उनके खेतों पर अधिग्रहण के बात सामने आ रही है ।  पूर्व में विधायक पांचीलाल मेडा विधायक नहीं थे तब इन लोगों के साथ बैलगाड़ी से आंदोलन किया था । विधायक पद पर रहते हुए भी विधायक अब विधायक ग्रामीणों के साथ में है और उनका हक दिलाने के लिए बेहतर प्रयास कर रहे हैं । विधायक जब पलासिया भीलपुरा पहुंचे तो उन्होंने साफ तौर पर जिम्मेदारों को कह दिया कि सबसे पहले ग्रामीणों को बसाहट के लिए पक्के मकान और अन्य शहर की भांति सुविधाएं दी जाए । उसके बाद ही उन्हें अन्यत्र बसाया जाएगा । नहीं तो निर्माण नहीं होने दिया जाएगा । वहीं जमीनों के अधिग्रहण के बारे में उन्होंने कहा कि जिन किसानों की जमीन है उन्हें भी जमीन आवंटित की जाए । साथ-साथ अन्य सुविधाएं दी जाए । ताकि किसी भी तरह से ग्रामीण परेशान ना हो ।

कंपनी के पहले चरण का कार्य 

जैतापुर पलासिया में मौजूद एमपी ऋषि एमपीआरडीसी के अधिकारी प्रियदर्शी जैन और संतोष सोचकर ने बताया कि आगामी दिनों में 7 गांव के भूखंड क्षेत्र में नए उद्योग स्थापित करना है । इसी को लेकर प्रशासन पूरी तरह से तैयारी कर रहा है । पहले चरण में भीलपलासिया गांव को चुना है । इसी को लेकर आज प्रशासनिक अमले के साथ में बैठक हुई है वहां पर तहसीलदार अजमेर सिंह गोंड भी मौजूद थे । बताया गया कि पलासिया गांव के करीब 50 किसानों को बसाहट के लिए सरकार बेहतर से बेहतर प्रयास कर रही है ।

एक वर्ष में बसेगा उघोग

हालांकि परिचर्चा में ग्रामीण मायूस दिख रहे थे । ग्रामीणों को अपनी पुश्तैनी जमीन और पुराने घर जाने का गम तो था ही लेकिन नई बसाहट के चलते काफी मायुस दिख रहे थे । विधायक के आश्वासन के चलते मौजूद ग्रामीण चुप खडे दिखाई दीए । 

मौके पर बड़ी संख्या में महिला और पुरुष मौजूद थे । सभी ग्रामीणों नेे  एक स्वर में कहा कि सबसे पहले हमारी वैकल्पिक व्यवस्था की जाए उसके बाद ही निर्माण शुरू करे ।

बेहतर रोजगार मिलेंगे

हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों ने खुलकर बात बताने से इंकार कर दिया । तथा मौजूद ग्रामीणों के बीच बताया कि यहां पर पीथमपुर और अन्य औद्योगिक शहरों के जैसे विकास होगा । यहां के स्थानीय लोगों को बड़ी मात्रा में रोजगार मिलेगा  आमजन में सवाल था कि जिन मशीनरी का प्रयोग उद्योगों में किया जाएगा उन्हें चलाने का सामर्थ ग्रामीणों में नहीं है इस पर उन्होंने बताया कि उन्हें सिखाया भी जाएगा और स्थानीय लोगों को बेहतर से बेहतर रोजगार मिले इसके लिए हर संभव प्रयत्न किए जाएंगे । बताया गया कि यहां पर कई कंपनियां निवेश करेगी जिसमें क्षेत्र का नाम अग्रणी रहेगा 

अभी चल रहा है रोड़ का कार्य

हालांकि जिन ग्रामीणों में अधिग्रहण किया है वहां अभी निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है । सिर्फ सीमेंट करण रोड बनाया जा रहा है । चारों ओर रोड बन रहा है । कुछ किसानों की फसलें भी प्रभावित हुई है । लेकिन रोड का निर्माण लगातार जारी है ।

महिलाएं व बच्चे एकटक प्रशासनिक अधिकारियों को देखते रहे

जब किसानों और अधिकारियों के बीच परिचर्चा चल रही थी तो मौजूद ग्रामीण महिलाएं व बच्चे एकटक अधिकारियों को देख रहे थे । उन सभी की आखों मे नमी थी । कहीं न कहीं घर चले जाने का गम उन्हें सता रहा था । हालांकि अधीकारीयो के साथ मौजुद विधायक मेडा ने उन सभी मौजुद ग्रामीणों को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को कहा कि किसी भी कीमत पर गरीबों के साथ अत्याचार नहीं होगा । पूर्व में भी यह बात कहते आया हूं । और आज भी यही कह रहा हूं । मे किसानों के साथ सदैव खड़ा हूं और हर पल उनके साथ ही रहूंगा ।

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