पोषण अभियान के अंतर्गत कलेक्टर ने ली अधिकारियों की बैठक
कुपोषण दूर करने के लिए समन्वित प्रयास करने के निर्देश
बालाघाट (देवेन्द्र खरे) - जिले में बच्चों, किशोरी बालिकाओं एवं गर्भवती एवं धात्री माताओं को कुपोषण से बचाने के लिए पोषण अभ्यिान चलाया जा रहा है। इसी परिप्रेक्ष्य में आज कलेक्टर श्री दीपक आर्य की अध्यक्षता में इस अभियान से जुड़े समन्वय अधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक में कुपोषण को दूर करने एवं पोषण के प्रति जागरूकता के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये गये। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती लीना चौधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर सी पनिका, उप संचालक कृषि श्री आर एस गौर, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री मंगोरे, स्वसथ्य भारत प्रेरक सुश्री शीलांजनी भटटाचार्य, एनीमिया एवं कुपोषण परियोजना समन्वयक श्री अमरेश सिंह परिहार एवं उद्यान विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में सबसे पहले जिले में कुपोषण दूर करने के लिए पिछले तीन माह में किये गये कार्यों की समीक्षा की गई। इस दौरान बताया गया कि मुनगे से मिलने वाले पोषण के प्रति जिले में आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया गया है और उद्यानिकी विभाग की ओर से कुपोषित बच्चों के घरों एंव आदिवासी बाहुल्य बैगा क्षेत्र के घरों में मुनगे के बीज व पौधे उपलब्घ कराये गये है कलेक्टर श्री आर्य ने उद्यानिकी विभाग एवं श्री अमरेश परिहार द्वारा किये गये कार्य की सराहना करते हुये आगामी समय में आंगनवाड़ी केन्द्रों में पपिता एवं अमरूद के पौधे लगाने एवं उनके फल आंगनवाड़ी केन्द्र के बच्चों को ही खिलाने के निर्देश दिये गये।
कलेक्टर श्री आर्य ने बैठक में जिले के समस्त माध्यमिक एंव उच्चतर माध्यमिक शालाओं (शासकीय एंव अशासकीय) में बच्चों एंव किशोरियों को पोषण एंव स्वास्थ्य शिक्षा विषय पर सत्र आयोजित कर कुपोषण के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिये और इसमें सहायक आयुक्त आदिवासी विकास एंव जिला शिक्षा अधिकारी बालाघाट को आवश्यक सहयोग करने कहा गया।
कुपोषण एवं एनीमिया परियोजना समन्वयक श्री अमरेश परिहार द्वारा बैठक में बताया गया कि पोषण मिशन अंतर्गत आयोजित होने वाले आई. एल. ए. प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले की समस्त पर्यवेक्षको एंव आंगनबाडी कार्यकर्ताओ को प्रशिक्षण के माध्यम से कुपोषित बच्चो में नाटेपन एंव दुबलेपन के चिन्हाकन के बारे में जिला स्तर एंव परियोजना स्तर पर सतत प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
कलेक्टर श्री आर्य ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी को आंगनबाडी स्तर पर हेण्डपंपों की उपलब्धता एंव मरम्मत एवं हेण्डपंप में क्लोरीनेशन नियमित किये जाने के निर्देश दिये। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया कि वे आंगनबाडी केन्द्रो पर आयरन, कैल्शियम, विटामिन एंव डी-वार्मिंग की गोलियां नियमित रूप से समय पर उपलब्ध करायें।
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