पगड़ी रस्म में संस्कृति को बचाने के लिए रामायण ग्रंथ का किया वितरण
अंजड़ (शकील मंसूरी) - नगर अंजड़ में रामचंद्र जी वाघे के निधन के बाद उनके पुत्र मनोज वाघे एव परिजनों ने समाज में व्याप्त कुरीतियों पर कुठाराघात करते हुए समाज की परंपराओं से हटकर अपने पिता की पगड़ी रस्म में उपस्थित सभी समाज जनों को एवं अतिथियों को रामायण ग्रंथ का वितरण कर धर्म रक्षा संस्कृति रक्षा का एक नया उद्देश्य संकल्प के साथ रामायण ग्रँथ का वितरण किया समाज के सामने आदर्श रखा, इस संबंध में बड़वानी गुरव समाज के वरिष्ठ शिक्षाविद यशविंद्र जी चोलकर से बात की तो उन्होंने कहा कि गुरव समाज के लिए यह गौरव की बात है कि वाघे परिवार के द्वारा इस प्रकार की एक नई परंपरा को शुरू किया गया है रामायण ग्रँथ एक सो एक ग्रँथ की संख्या में बाटी गयी जो वाकई हमारे धर्म संस्कृति को जिंदा रखने में कारगर साबित होगी और हमारे बच्चों को भी हमारे धर्म और संस्कृति से अवगत कराएगी मैं इनको इस कार्य के लिए बधाई देता हूं और गुरव समाज से आवाह्न करता हु की वस्तुओँ की जगह धार्मिक गर्न्थो का वितरण करना चिहिये जिससे समाज मे संस्कारो को बढ़ावा मिले।
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