एम एल सी,पी एम, डिलेवरी आमला अस्पताल के भरोसे
टप्पा तहसील बोरदेही अस्पताल में नही एम बी बी एस डॉक्टर
आमला (रोहित दुबे) - ब्लाक की टप्पा तहसील की स्वास्थ सुविधाए पिछले 8 महीनों से भगवान भरोसे है ।क्योंकि सरकारी अस्पताल में एम बी बी एस डॉक्टर नही है और तो ओर पुलिस को एम एल सी रिपोर्ट ,मृत व्यक्ति का पी एम करवाने 30 की मी का लंबा सफर तय करके आमला के सरकारी सामुदायिक स्वास्थ केंद्र आना पड़ता है जिससे पुलिस के दूसरे कार्य भी प्रभावित होते है ।वही हजारो ग्रामीण इस बोरदेही अस्पताल के भरोसे है कई मर्तबा डिलेवरी हेतु आई प्रसूताओं को भी शहर के अस्पताल रैफर कर दिया जाता है जिन्हें भी लंबी दूरी के कारण परेशानी उठानी पड़ती है और कई बार तो प्रसूताओं की जान पर भी बन आई ।वही यहा पदस्थ एम बी बी एस डॉक्टर नरवरे को आमला अटैच कर बी एम ओ का प्रभार सी एम एच ओ द्वारा पिछले 8 महीने से दे रखा गया है जिससे दोनों अस्पताल की व्यवस्थाए बिगड़ी पड़ी है ।दूसरी ओर एकमात्र सरकारी दवाखाना मतलब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिछले आठ महीनों से प्रभारी बी एम ओ के भरोसे है ।पूर्व बी एम ओ बी पी चोरियां के सेवानिर्वतः होने के बाद बोरदेही से आमला अस्पताल अटैच किये गए अशोक नरवरे को प्रभारी बी एम ओ का चार्ज दे दिया गया ।जिसके बाद आठ महीनों से अस्पताल प्रभारी बी एम ओ के भरोसे है ।वही स्थाई बी एम ओ नही होने से आमजनों को परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है । अस्पताल में बुजुर्गों सहित लोगो से अभद्रता से अभद्रता करने के मामले सामने आए ।प्रभारी बी एम ओ द्वारा कार्यवाही नही करने पर 181 पर भी शिकायते पीड़ित लोगों ने की।ग्रामीण इलाकों में पदस्थ है वह मुख्यालय पर न रहकर अन्य शहरों से अपडाउन कर रहै है ।
बोरदेही अस्पताल आयुष डॉक्टर के भरोसे
दूसरी तरफ बोरदेही अस्पताल एम बी एस अशोक नरवरे के आमला अटैच के बाद आयुष डॉक्टर आशीष बंशकर के भरोसे है ।बोरदेही टप्पा तहसील है ।और सैकड़ो ग्रामो के हजारो लोग बोरदेही अस्पताल के भरोसे है ।लेकिन ओपचारिकता निभाते हुए बोरदेही के प्रतिस्ठित व्यापारियों का कहना है कि पिछले कई महीनों से अस्पताल की हालत ठीक नही है कोई अप्रिय घटना दुर्घटना होने पर आमजन भगवान भरोसे ही है।बोरदेही अस्पताल में सैकड़ों लोग रोजाना उपचार हेतु आते है व दुर्घटना ,डिलेवरी प्रकरणों में आमला रिफर कर दिया जाता है ।इससे अंदाज लगाया जा सकता है कि ब्लाक की स्वास्थ सुविधा भगवान भरोसे है ।
इस मामले प्रतिक्रिया लेने बोरदेही के आयुष डॉक्टर आसिष बंशकार को काल करने पर उन्होंने काल रिसीव नही किये।
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