नेशनल लोक अदालत में कुल 311 प्रकरणों का निराकरण, 1,34,66,128 रूपये के अवार्ड पारित | National lok adalat main kul311 prakrano ka nirakran

नेशनल लोक अदालत में कुल 311 प्रकरणों का निराकरण, 1,34,66,128 रूपये के अवार्ड पारित

नेशनल लोक अदालत में कुल 311 प्रकरणों का निराकरण, 1,34,66,128 रूपये के अवार्ड पारित

आलीराजपुर (रफीक क़ुरैशी) - राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के आदेशानुसार एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला अलीराजपुर एवं तहसील जोबट के समस्त न्यायालयों में श्री कृष्ण गोपाल सुरेका, जिला न्यायाधीश-अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के मार्गदर्शन में दिनांक 14 दिसम्बर को नेशनल लोक अदालत का आयोजन हुआ। प्रातः 10.30 बजे श्री कृष्ण गोपाल सुरेका द्वारा दीप प्रज्जवलित कर नेषनल लोक अदालत का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में सचिव श्री रवि झारोला, एडीजे श्री लखनलाल गोस्वामी, सीजेएम श्री अभिषेक गोयल, जेएमएफसी सुश्री निकिता चैहान, जेएमएफसी (ट्रेनी जज) श्री अतुल यादव, जेएमएफसी (ट्रेनी जज) श्री अर्पित जैन, जेएमएफसी (ट्रेनी जज) श्री शुभम नीमा, जिला विधिक सहायता अधिकारी मुकेष कौषल, अधिवक्ता संघ अध्यक्ष जगदीष गुप्ता, अधिवक्तागण, बैंकिंग कंपनी के मैनेजर, नगरपालिका एवं विद्युत विभाग के पदाधिकारी एवं न्यायालयीन कर्मचारी स्टाफ व पक्षकारगण उपस्थित रहे। जिला न्यायालय अलीराजपुर एवं तहसील न्यायालय जोबट में 06 न्यायिक खण्डपीठ का गठन किया गया। लोक अदालत में न्यायालय परिसर में बैंक, नगरपालिका एवं विद्युत विभाग के काउंटर लगाये गये। लोक अदालत में न्यायालय के लंबित राजीनामा योग्य कुल 457 प्रकरण रैफर किये गये, जिसमें से 84 प्रकरणों का सफलतापूर्वक निराकरण करते हुए कुल राशि रू 1,04,27,317 (एक करोड चार लाख सत्ताईस हजार तीन सौ सत्रह रूपये मात्र) के अवार्ड पारित किये गये एवं प्रीलिटिगेशन के कुल 227 प्रकरणों का सफलतापूर्वक निराकरण करते हुए राशि रू 3038811 (तीस लाख अडतीस हजार आठ सौ ग्यारह रूपये मात्र) के अवार्ड पारित किये गये। इस प्रकार नेशनल लोक अदालत में कुल 1798 प्रकरण रैफर किये गए। जिसमें से 311 प्रकरणों का सफलतापूर्वक निराकरण किया गया, जिसके अंतर्गत राशि रू1,34,66,128 (एक करोड चैतीस लाख छेंयसठ हजार एक सौ अठ्ठाईस रूपये मात्र) के अवार्ड पारित किये गए। लोक अदालत से निराकृत प्रकरणों के पक्षकारों को विभिन्न प्रजातियों के वृक्ष-आम, जामुन, कटहल, काजु, जाम, अवला, नीम, आदि को न्याय वृक्ष के रूप में वितरित किये गए।

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