शहर की आपाधापी से ऊब गए हो तो त्रिवेणी इको पार्क में आइए | Shahar ki aapdhapi se ub gaye hoto triveni ico park main aaiye

शहर की आपाधापी से ऊब गए हो तो त्रिवेणी इको पार्क में आइए

वन विभाग द्वारा 8 हेक्टर क्षेत्र में तैयार किया गया है सुंदर जंगल अनुभूति 

शहर की आपाधापी से ऊब गए हो तो त्रिवेणी इको पार्क में आइए

उज्जैन - शहर की आपाधापी से ऊब गए हो तो वन विभाग द्वारा   उज्जैन  त्रिवेणी के निकट विकसित किए गए इको पार्क में आइए ।यह पार्क न केवल आपको जंगल अनुभूति देगा वरन शांत वातावरण, शिप्रा नदी में कल कल प्रवाहित होता जल ,वृक्षों की घनी छांव में बैठकर सुकून के पल बिताना    मन  मे  ताजगी  भर  देगा ।

शहर की आपाधापी से ऊब गए हो तो त्रिवेणी इको पार्क में आइए

इको  पार्क  में  बांस के झुरमुट के बीच बने सेल्फी पगोड़ा पर चढ़कर सेल्फी लेना ।सावन में  नीम  पीपल  पर पड़ने वाले झूले यदि कहीं पीछे छूट गए हैं तो फिर से उनकी याद ताजा करने के लिए यहां   आइए  ।वृक्षों पर  रस्सी के झूले डाले  गए हैं ,जिन पर झूल कर आप अपना बचपन  याद कर सकते हैं ।

शहर की आपाधापी से ऊब गए हो तो त्रिवेणी इको पार्क में आइए

उज्जैन के त्रिवेणी  के निकट शिप्रा किनारे  वन विभाग द्वारा लगभग 8 हेक्टर क्षेत्र में वर्षों पूर्व एक नर्सरी विकसित की गई थी  ।नर्सरी में  बांस के अनगिनत भर्रा (भारी )  में बंटे   डेढ़ लाख से अधिक बॉस आपको एक नई अनुभूति देंगे। अगस्त 2018 में वन विभाग द्वारा इस इको पार्क को आम जनता के लिए खोल दिया गया है ।यहां पर लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबे  वॉकवे में आपको मोर   घूमते    नजर आएंगे ,पक्षियों का कलरव सुनने को मिलेगा और यह एहसास होगा कि हम शहर से कहीं दूर  घने जंगलों के बीच आ गए है ।वन विभाग के डिप्टी रेंजर श्री के के पवार बताते हैं कि   राज्य शाशन ने  इको टूरिज्म के अंतर्गत इस इको पार्क का विकास किया है, जिसमें लगभग 29  लाख रु  की राशि   व्यय  की  गई  है । इस इको पार्क में लकड़ी के पैगोडा, बैठने के लिए कुर्सियां ,कैंटीन आदि की व्यवस्था की गई है ।यहां पर जिन प्रजातियों के पौधे वृक्ष बन गए हैं उनमें सुबबुल ,नीम ,गुलमोहर ,कचनार ,शीशम, बबूल ,अर्जुन आदि शामिल है । श्री  पंवार  कहते  है  कि  यहां पर सब कुछ प्रकृति सबकुछ प्रकृति प्रदत्त है ,मैन मेड कुछ भी नहीं ।इस इको पार्क की देखभाल कर रहे फॉरेस्ट गार्ड श्री अमित दुबे ने बताया कि  इको  पार्क में  लोग लगातार प्राकृतिक वातावरण का आनंद लेने के लिए  आ रहे हैं। शनिवार एवं इतवार को यहां खासी भीड़ रहने लगी है।


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