प्रदेश में मंडी टैक्स हो सकता है कम | Pradesh main mandi tax ho sakta hai kam

प्रदेश में मंडी टैक्स हो सकता है कम

मध्यांचल कॉटन एंड जिनर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री ने दिया आश्वासन   

प्रदेश में मंडी टैक्स हो सकता है कम

धामनोद (मुकेश सोडानी) - प्रदेश में देश के अन्य राज्यों के समान मंडी टैक्स किए जाने की मांग को लेकर संघर्षरत कॉटन व्यवसायियों ने शनिवार को मध्यांचल कॉटन एंड जिनर्स एसोसिएशन के बैनर तले कृषि मंत्री सचिन यादव के नेतृत्व में मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की। प्रदेश अध्यक्ष मनजीत सिंह चावला ने बताया कि मुख्यमंत्री से मुलाकात सकारात्मक रही, उन्हें आशा है कि जल्द ही प्रदेश की मंडियों में भी मंडी टैक्स कम होगा, इससे न केवल व्यापारियों को फायदा मिलेगा बल्कि किसानों को भी उनकी उपज का अधिक दाम मिलेगा। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेशभर के करीब 100 से अधिक व्यापारी शामिल थे। 

असोसिएशन के  मिंटू छाबड़ा ने बताया कि मंडी टैक्स अधिक होने के कारण प्रदेश से सटे राज्यों महाराष्ट्र और गुजरात में कपास जा रहा है, क्योंकि वहां मंडी टेक्स .50प्रतिशत है, जबकि मध्यमप्रदेश में करीब 1.70 प्रतिशत टैक्स लिया जा रहा है, जो अन्य राज्यों के मुकाबले तीन गुना अधिक है। मुख्यमंत्री ने व्यापारियों की मांग को गंभीरता से सुनने के बाद एक सप्ताह में निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। प्रतिनिधिमंडल में एसोसिएशन के मंजीत सिंह चावला,सुनील पाटीदार, मनीष सिंघाना, , विजय मंगल, उमेश पाटीदार, राजकमल गुप्ता, स्वरूपचन्द्र  गर्ग, नरेंद्र जेन, , पवन गर्ग, अतुल यादव, सहित खंडवा, खरगोन, सनावद, बड़वाह, पांडुरना, कुक्षी, अंजड़, धामनोद,  सेंधवा, कुक्षी, गंधवानी, मनावर, झाबुआ, रतलाम, आदि क्षेत्रों के व्यापारी शामिल थे। जानकारी मनोज सिंघल ने दी।

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