जश्ने ईद मिलादुन्नबी पर अजीमो शान नातिया मुशायरा सम्पन्न
थान्दला (कादर शेख) - अल अमन वेलफेयर ग्रुप द्वारा बज़्मे सूफी कान्फ्रेंस बाँसवाड़ा के जेरे निगराँ जश्ने ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर नगर में प्रथम बार एक अज़ीमो शान नातिया मुशायरा का आयोजन किया गया जिसमें राजस्थान और मध्यप्रदेश के सुविख्यात शायर/कवि ने अपने कलाम सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया पूरा पांडाल वाह वाह और सुब्हानल्लाह के स्वरों से गूँजता रहा मुशायरे का संचालन कवि शायर सरफ़राज़ भारतीय और सूफी सिराज नूर चिश्ती ने किया, अमीर मामू की हम्दो सना याद आते हैं शाहे उमम, सबा जाके कहना मेरा हाले गम से मुशायरे का आगाज़ हुआ एजाज़ अकमल साहब ने कहा जिसको सरकारे दो आलम से मुहब्बत होगी अल्लाह की उसपे हर लम्हा इनायत होगी साबिर शोले ने पढ़ा ये तमन्ना है के वो रोज़ाए अनवर देखें यानि इन आँखों से वो तैबा का मंज़र देखें, सरफ़राज़ खान ने सुनाया फितने दुनिया के क्या डरायेंगे हम दुरूदो सलाम पढ़ते है।
इकरार मकरानी बोले झूठ की राह पर चलकर मुसीबत तुम ना बन जाना सरे हश्र के मैदान में तुम जंजाल ना बन जाना वसी सिद्दीकी ने फरमाया न लालो गोहर न जर चाहता हूँ हुजूर आपकी इक नज़र चाहता हूँ साजिद पैकर ने नबी की शान में कहा गुलज़ारे रिसालत के सर वे चमनी तुम हो मेहबूबे खुदा तुम हो मक्की मदनी तुम हो निसार रम्भापुरी ने कहा दिल में अमनो अमान व कुरान रखते है हम पाकीज़गी के साथ ईमान रखते हैं।
सूफी सिराजनूर चिश्ती ने फरमाया हर इब्ने आदम ये कह रहा है नबी के कदमों की धूल हैं हम सरफ़राज़ भारतीय ने कुछ इस तरह गाजर सुनाया जगमग जगमग सारा आलम हम सबके आका आए हैं और सीधी राह पर चलाया है सरकार ने बेटियों को भी बचाया है सरकार ने सूफी सिराजनूर चिश्ती की सलातो सलाम के साथ मुशायरा संपन्न हुआ
अलस्सुबह तक चले इस मुशायरे में अतिथि के रुप में अहले सुन्नत वल जमात के सदर कदरुद्दीन शेख नायब सचिव रफीक शेख कांग्रेस नेता गुलाम कादर भा. ज. पा. नेता राजूजी धानक समाज सेवी साँवलिया सोलंकी जी सलीम खान वकील साहब कल्लू बाबा पत्रकार कादर शेख जावेद खान शाहीद निज़ामी मुस्तुफा गौरी उपस्थित रहे।
मुशायरे को सफल बनाने में अल अमन वेलफेयर ग्रुप के सदर हाजी अब्दुल सत्तार छीपा आबिद हुसैन गौरी इरफान पठान शेहजाद कुरैशी इमरान खान बरकाती रियाजुल हक राजू खुशी फखरुद्दीन युसुफ खान चाचू चने वाले ऐजाज पठान नसीम कैफ अब्दुल सलाम अब्बासी जफर हुसैन गौरी आदि का सक्रिय योगदान रहा मुशायरे में थांदला के आसपास के मदरानी हरिनगर मेघनगर पेटलावद झाबुआ रामगढ और कुशलगढ़ के श्रोताओं शिरकत की अन्त में आभार ग्रुप के वरिष्ठ हाजी अब्दुल सत्तार छीपा साहब ने प्रकट किया।
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