बरवेट माही नहर खुदाई के दौरान मलबा धसने से चार मजदूर दबे, 2 घायलों को इंदौर रेफर | Barvet mahi nahar khudai ke douran malba dhasne se 4 majdoor dabe

बरवेट माही नहर खुदाई के दौरान मलबा धसने से चार मजदूर दबे, 2 घायलों को इंदौर रेफर

बरवेट माही नहर खुदाई के दौरान मलबा धसने से चार मजदूर दबे, 2 घायलों को इंदौर रेफर

पेटलावद (मनीष कुमट) - झाबुआ जिले के गांव बरवेट में सोमवार रात्रि 10 बजे माही नहर की खुदाई के दौरान मलबा धसने से चार मजदूर घायल हो गए। जिनमें दो मजदूर गंभीर घायल हो गए, जिनको इंदौर इलाज के लिए रेफर करना पड़ा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार हादसा सोमवार रात्रि करीब दस बजे के लगभग हुआ। माही नहर में चार मजदूर 20 फिट गहरे गड्ढे में खुदाई कर रहे थे। तभी नहर के अंदर काम कर रहे मजदूर के ऊपर मलबा धस गया। जिसमें काम कर रहे चार मजदूर गंभीर घायल हो गए। इनमें दो मजदूर शुशील ओर किशोर को गंभीर चोट लगने के चलते इंदौर रेफर करना पड़ा। घायलों के नाम कृष्ण पिता भिका निवासी राजुला जिला बैतूल, विकास पिता रामसा निवासी जिनानी जिला बैतूल, शुशील पिता परसिया जिला बैतूल, किशोर पिता शुभन सिह राजुला जिला बैतूल जिनके सर ओर पैर में चोट आई है। शुशील ओर कीशोर की हालत ज्यादा खराब होने से उन्हें इंदौर रेफर करना पड़ा। उनके हाथ पैर सर ओर पीठ में गंभीर चोट आई है। बताया जाता है कि यहां महिनाहर के तहत खुदाई का काम चल रहा था। तभी ऊपर से मलबा गिरने से दब गए। अन्य साथी मजदूर ने समीपस्त ग्राम सजेलिया के ग्रामीणों को मदद के लिए पुकारा ओर ग्रामीणों की मदद से मजदूरों को बाहर निकलना पड़ा। उसके बाद 100 डायल ओर 108 की सहायता से घायल मजदूरों को पेटलावद स्वास्थ केंद्र भेजा गया। जहा इलाज के दौरान दो गंभीर घायलों को इंदौर रेफर करना पड़ा।

रात्रि में खुदाई के दौरान कुछ भी व्यवस्था नही, विभाग की लापरवाही।

ग्रामीणों ने बताया कि विभाग की लापरवाही साफ दिख रही है। जिस समय हादसा हुआ इस समय न तो माही परियोजना विभाग का कोई कर्मचारी न ही ठेकेदार का कोई आदमी न ही कोई सुरक्षा के इंतजाम। यहां तक कि घायलों को ले जाने कद लिए कोई गाड़ी भी उपलब्ध नही थी। रात्रि खुदाई के दौरान लाइट की व्यवस्था भी कम थी। मजदूरों से बात की गई तो बताया कि शीघ्र ही काम खत्म करना है। रात दिन काम करो।

रात्रि में क्या दिन में भी सुरक्षा के इंतजाम नही।

क्षेत्र की सबसे बडी माहिपरियोजना का कार्य निरंतर चल रहा है। कभी भी हादसा हो सकता है इससे नकारा नही जा सकता। रात्रि में तो ठीक दिन में भी यहां पर न तो कोई विभाग का इंजीनियर व ठेकेदार का कोई आदमी नही रहता। और न ही प्राथमिक उपचार के साधन। ऐसे में प्राथमिक उपचार नही मिलने से मजदूर की जान भी जा सकती है। विभाग को सेफ्टी रखकर कार्य करना चाहिए।

अनिरुद्ध सिह राठौर भाजपा नेता।

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