ब्लू व्हेल के बाद अब पब्जी गेम बना जानलेवा, एडिक्ट हो रहे हैं बच्चे
धामनोद - बच्चों में बढ़ती गेम की लत अब मुसीबत बन गई है मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल बच्चों को मानसिक रूप से बीमार बना रहा है। दिनभर गेम व मोबाइल पर लगे रहने के कारण वे चिड़चिड़े हो रहे हैं। ब्लू व्हेल गेम के बाद अब पब्जी गेम बच्चों और युवाओं की आदत को खराब कर रहा है। गेम के एडिक्शन से पैदा हो रहा यह अवसाद तमाम बच्चों को जकड़ रहा है
क्या है पब्जी गेम
पब्जी का पूरा नाम प्लेयर अनौन्स बेटल ग्राउंड्स गेम है। पैराशूट के जरिये 100 प्लेयर्स को एक आईलैंड पर उतारा जाता है। जहां प्लेयर्स को बंदूकें ढ़ूंढकर दुश्मनों को मारना होता है। आखिर में जो बचता है वो विनर होता है। 4 लोग इस गेम को ग्रुप बनाकर खेल सकते हैं।
बुरी तरह एडिक्ट हो रहे है युवा और बच्चे
युवा और बच्चे इस गेम को खेलने के इतने आदी होते जा रहे हैं कि दिन-रात वे फोन के साथ ही चिपके रहते है। गेम के टास्क को पूरा करने के लिए न तो वह खाने की परवाह करते हैं और न नींद की क्षेत्र में कई बच्चे ऐसे हैं जो ग्रुप बनाकर प्रतिदिन मोबाइल पर यह गेम खेलते हैं कुछ बच्चे तो इसके इतने आदी हो गए हैं कि यदि उनसे कोई अन्य बात की जाए तो वह चिड़चिड़ा हाट से परेशान नजर आते हैं