भाजपा विधायक के गृह ग्राम में पेयजल को तरस रहे ग्रामीण
ससुन्दरा पंचायत में नलजल व्यवस्था में हो रही लापरवाही
आमला (रोहित दुबे) - ब्लाक की ग्राम पंचायत ससुन्दरा के ग्रामीण बारिश के मौसम में पेयजल के लिए परेशान है ।बताया जाता है कि वर्तमान भाजपा विधायक योगेश पण्डागरे का गृह ग्राम है ।लेकिन फिर भी हजारो की जनसंख्या वाले ग्राम में पेयजल के लिए लोग परेशान है ।ग्रामीणों ने बताया पेयजल के अलावा अन्य मामलों में विधायक महोदय को काल करने पर वे काल रिसीव ही नही करते।आलम यह है कि पंचायत में लगभग 400 नल कनेक्शन है और पैतीस सो की जनसंख्या व 20 वार्ड है लेकिन ग्राम पंचायत में नल किसी वार्ड में 8 दिन किसी वार्ड में 10 तो कही 15 दिनों में आते है वह भी 20 से 25 मिनट जिसमे ग्रामीण इतने दिनों के अंतराल हेतु पेयजल स्टोर भी नही कर पाते ।वार्ड नम्बर 16 के संदीप हरोडे ने बताया उनके वार्ड में 10 से 15 दिनों के अंतराल में नल खोले जाते है ।वही वार्ड नम्बर 20 के पंडरी धोटे ने बताया उनके वार्ड में कभी 8 तो कभी 10 दिनों में नल खोले जाते है ।यही हाल पंचायत के अन्य वार्डो का भी है ।ग्राम पंचायत में इतनी बड़ी आबादी के बावजूद पेयजल के कोई इंतजाम नही है जबकि इस वर्ष पिछले 4 वर्षों की अपेक्षा रिकार्ड तोड़ बारिश हुई है ।पंचायत चाहे तो 2 से 3 दिनों के अंतराल में पेयजल आपूर्ति कर सकती है ।ग्रामीणों ने बताया उन्हें पेयजल के लिये निजी ट्यूबबेल , खेतो के कुओ पर जाना पड़ता है लम्बी दूरी से पानी लाना पड़ता है ।जिससे समय खराब होता है ।
जनपद सदस्य ने लगाए लापरवाही के आरोप
कांग्रेसी युवा नेता व जनपद सदस्य गोलू देशमुख ने ग्राम पंचायत पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि पेयजल स्रोत्रों में पानी की कमी नही है लेकिन वर्तमान सरपंच की लापरवाही के चलते ग्रामीणों को पेयजल की किल्लत झेलनी पड़ रही है ।गर्मी में तो लोगो ने परेशानी झेली लेकिन बारिश में भी पानी के लिए पंचायत के ग्रामीण भटक रहे है ।जबकि पंचायत में सब सुविधाए है फिर भी भाजपा सरपंच द्वारा कोई ध्यान नही दिया जाता है ।
नलजल की राशि का नही कोई हिसाब
ग्राम पंचायत में लगभग 400 कनेक्शन है उस हिसाब से प्रतिमाह 20 से 25 हजार नल कर की वसूली होनी चाहिए लेकिन ग्राम पंचायत में नलजल का कोई लेखा जोखा ही नही है ।वही कई पम्प चालक बदले जा चुके है ।वही इसी पंचायत द्वारा साप्ताहिक बाजार वसूली भी स्वयं ही करवाई जा रही है ।लेकिन बाजार में किसी प्रकार की कोई व्यवस्था या सुविधाए नही है लोगो को पेयजल के लिए खुद इंतजाम करना पड़ता है ।बाजार में गंदगी फैली रहती है जिसकी कोई साफ सफाई नही करवाई जाती ।