चुनाव आया तो 6-6 मंत्री झाबुआ आ गए, मुसीबत में कोई नहीं आया - राकेश सिंह | Chunav aya to 6 - 6 mantri jhabua a gaye

चुनाव आया तो 6-6 मंत्री झाबुआ आ गए,  मुसीबत में कोई नहीं आया - राकेश सिंह

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा-कांग्रेस की संस्कृति के गुलाम नहीं आदिवासी भाई-बहन

चुनाव आया तो 6-6 मंत्री झाबुआ आ गए,  मुसीबत में कोई नहीं आया - राकेश सिंह

झाबुआ (अली असगर बोहरा) - प्रदेश में भाजपा सरकार के समय में जब कोई आपदा आती थी, तब
तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान खेत-खेत जाते थे और किसान के
कंधे पर हाथ रखकर कहते थे कि चिंता मत करो,  मामा तुम्हारे साथ है।
कमलनाथ जी को मुख्यमंत्री बने 9 महीने हो गए, आपने उन्हें किसी खेत में
देखा क्या ? उपचुनाव है, तो वोट मांगने के लिए 6-6 मंत्री झाबुआ में पड़े
हैं, लेकिन आपदा के समय कभी कोई मंत्री आपके बीच आकर खड़ा हुआ क्या? यह
बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद राकेश सिंह ने झाबुआ
के ग्रामीण मंडल के  पिलिया खांदन, ढेकल बडी, सेमलिया,करडावदबडी, खेड़ी और
पिटोल बडी सेक्टर के फलिया प्रभारी और सह प्रभारियों को संबोधित करते हुए
कही।
यह आदिवासियों को न्याय दिलाने का चुनाव है
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह उपचुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। यह केवल विधायक
बनाने के लिए नहीं है, बल्कि आप सभी आदिवासी भाई-बहनों को न्याय दिलाने
के लिए चुनाव हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस देश में एक वर्ग है जो न्याय
के साथ खड़े होने के लिए तैयार है और न्याय करने का अधिकार आपको है। इसलिए
अपने भाईयों-बहनों के साथ न्याय करने के लिए आगे बढ़ें। प्रत्येक घर में
जाकर पूछिए कि कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया ने जिन-जिन योजनाओं की
बात की है, उन योजनाओं का लाभ मिल रहा है क्या? कर्जमाफी का जो वादा
कांग्रेस ने किया था, किसी भी किसान का कर्ज माफ हुआ है क्या?  न्याय के
लिए प्रत्येक आदिवासी भाई- बहन को एकत्र कीजिए, क्योंकि 21 तारीख को
न्याय का फैसला होना है, चुनाव का फैसला नहीं। 21 तारीख को बूथ पर जाएं
और भाजपा प्रत्याशी भाई भानू भूरिया को प्रचण्ड मतों से जिताकर विधानसभा
में भेजें।
एक परिवार, तीन लोगों में सिमट कर रह गई कांग्रेस
श्री सिंह ने कहा कि भानू भूरिया एक ऐसा नाम है, जो आपके बीच से है,
आपका ही भाई है और  एक साधारण कार्यकर्ता है। वह किसी खास परिवार का
सदस्य नहीं है। उन्होंने कहा कि झाबुआ में कांग्रेस पार्टी केवल तीन
लोगों में सिमट कर रह गई है।  कभी कांतिलाल भूरिया, विक्रांत भूरिया तो
कभी कलावती भूरिया। कांग्रेस को हमारे बाकी आदिवासी भाईयों मे कोई भी
योग्य दिखाई नहीं देता। इसलिए भारतीय जनता पार्टी ने आदिवासी भाईयों में
से ही भानू भूरिया को अपना प्रत्याशी बनाया। आप भानू भूरिया को विजयी
बनाएंगे तो भाजपा के हाथ मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में
कांग्रेस सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। जिस दिन हमारा आदिवासी भाई
हाथ में कमल और पार्टी का ध्वज लेकर निकल पड़ेगा,  उस दिन प्रदेश में
कांग्रेस की सरकार गिर जाएगी और भाजपा की सरकार बनेगी।

चुनाव आया तो 6-6 मंत्री झाबुआ आ गए,  मुसीबत में कोई नहीं आया - राकेश सिंह

कांग्रेस सरकार ने बंद की सारी योजनाएं
श्री सिंह ने कहा कि झाबुआ की जनता ने लगातार दो बार विधानसभा और लोकसभा
में डामोर जी को जिताकर यह साबित कर दिया है कि हमारे आदिवासी भाई-बहन
कांग्रेस की संस्कृति के गुलाम नहीं हैं। कांग्रेस ने प्रदेश में उन सारी
योजनाओं को बंद कर दिया है,  जिनकी आपको जरूरत थी। आदिवासी बच्चों को
पढ़ाई के लाले पड़ गए।  पहले गांव का कोई बच्चा पढ़ाई के लिए होस्टल में
रहता था, तो किराया भाजपा की सरकार दिया करती थी। अब कोई बच्चा शहर में
पढ़ने के लिए जाता है,  तो कमलनाथ सरकार उसे शहर में रहने के लिए कोई मदद
उपलब्ध नहीं कराती। उन्होंने कहा कि यह फैसले का समय है। फैसले वाले दिन
हम सबको मिलकर कमल की बटन दबाना है। इस अवसर पर जिला भाजपाध्यक्ष ओम
प्रकाशशर्मा, पूर्व विधायक शांतिलाल बिलवाल, सहित बडी संख्या में भाजपा
समर्थित सरपंच, पंच, कार्यकर्ता पार्टी पदाधिकारी , ग्रामीण जन उपस्थित थे

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