श्राद्ध पक्ष में पितरों की स्मृति में भगवत कथा का आयोजन
मनावर (पवन प्रजापत) - श्राद्ध पक्ष में पितरों की स्मृति निमित्त ग्राम अजंदा में दिनांक 14 सितंबर 2019 से श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन स्वर्गीय श्री घीसालाल जी कुमावत की पुण्य स्मृति में उनकी धर्मपत्नी ग.भा. श्रीमती रुकमणी देवी जोजावरे (कुमावत) एवं परिवार द्वारा किया जा रहा है जिसमें ग्राम अजंदा के सभी ग्रामीण उत्साह से सहभागी हो रहे हैं। कथा व्यास पंडित श्री अनय जी रेवाशीष (कैवल्यधाम आश्रम, कटघड़ा, बड़वाह) के मुखारविंद से बह रही श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा से सभी अजंदा वासी तृप्त हो रहे। सुमधुर संगीत एवं भजनों से भक्तिमय वातावरण में सभी अपने पितरों की सद्गति की कामना कर रहे हैं।
आज कथा के पांचवे दिन भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन हुआ। कथा व्यास पंडित श्री अन्य रेवाशीष के द्वारा यह बताया कि भगवान श्री कृष्ण के द्वारा मारे गए असुर मानव मात्र के जीवन मैं आने वाली कठिनाइयों का प्रतीक है। जिसका हमें भक्ति के माध्यम से वध करना है। गौमाता के महत्व का प्रतिपादन करते हुए बताया कि हमने कृषि में गोवंश का प्रयोग कम करने से ही हमारी खेती प्रभावित हो रही है।
कथा का समापन गोवर्धन पूजन और उल्लास मय महारास से हुआ। आयोजकों द्वारा कथा के अंतिम दिन 20 सितंबर 2019 को भंडारे का आयोजन रखा गया है। जिसमें सभी सप्रेम आमंत्रित है।
आयोजक श्री हरिराम जी एवं श्री कैलाश जी जोजावरे का सहयोग ग्राम अजंदा के सभी ग्रामवासी कर रहे हैं। जिसमें श्री दिनेश जी कुमावत, श्री राधेश्याम जी पाटीदार, श्री शांतिलाल जी कुमावत, श्री पराग जी पाटीदार, श्री अजय जी टांके, श्री अनिल जी पाटीदार, श्री राजेंद्र जी पाटीदार, श्री संग्राम जी पवार प्रमुखता से सहयोग प्रदान कर रहे हैं।