लापरवाही, लचर व्यवस्था, लोभी प्रशासन की भ्रष्टाचारी पंचायत-सड़क और पुल नहीं होने से गले गले तक नदी में उतर कर जाना पड़ता है शमशान तक
पेटलावद (मनीष कुमट) - जिले में अव्यवस्थाओं की पोल खुलती नजर आ रही है, पेटलावद तहसील में आने वाली ग्राम पंचायत छोटी गेहडी में कुछ इस तरह का नजारा देखने को मिला जहां पर शव को नदी में से लेकर निकलने को जब मजबूर हुए ग्रामीण।
प्रत्येक व्यक्ति के मन में यह सवाल है, आखिरकार ग्रामीण ने ऐसा क्यों किया, यहा पंचायत की पोल खुलती दिखाई दे रही, लाखों के रोड, श्मशान घाट, ऐसे ही कागजों पर, फोटो पर ही दिखाये जाते हैं। यूं ही कब तक, ऐसे ही भ्रष्टाचार में लिप्त रहेगी यह छोटी गेहडी पंचायत, जहा अंतिम संस्कार के लिए जाने पर रास्ते में पुलिया नहीं होने से नदी में उतर कर शव को लेकर जाना पड़ता है।
शव यात्रा को अंतिम संस्कार के लिए ग्राम छोटी गेहडी के झूझार सीह और गुलाब सिह की माताजी का रात 3:00 बजे निधन हो गया जिनका दाह संस्कार सुबह करना था, पर परिवार वालों के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी कि, शमशान घाट तक पहुंचना। जिसका रास्ता एक नदी से होकर गुजरता है।
परिवार के सभी लोगों ने मिलकर शव यात्रा नदी में होकर निकाली जिसमें धर्मेंद्र सिंह राठौड़ महेंद्र सिंह राठौड़ सुरेंद्र सिंह राठौड़ राजेंद्र सिंह राठौड़ मान सिंह राठौड़ विजय सिंह राठौड़ प्रदुमन सिंह कुशवाह जितेंद्र सिंह कुशवाह परिवार के सभी लोग शामिल हुए।
समाज के लोगों की मांग है कि रास्ता और श्मशान का सेट बनाया जाए ताकि नुकसानदायक ना हो। बहरहाल साफ तौर पर देखा जा सकता है कि, झाबुआ जिले के अधिकारियों ने काम कितने सही से किया है। देखा जा सकता है। सिर्फ काम कागजों पर ही बना दिये हैं और आखिरकार कब तक ऐसे ही भ्रष्टाचार में लिप्त रहेगी यह पंचायत छोटी गैंहडी।