झाबुआ जिले में खाद फेक्ट्रीयो पर कार्यवाही
झाबुआ जिले के मेघनगर में बनाया जाता है नकली खाद
अन्नदाता को छलने का काम कर रहे हैं कुछ अमानक कारखाने
नकली खाद एवं दवाई बनाने वालों की खैर नहीं कृषि मंत्री सचिन यादव
राजस्थान के मार्बल पत्थर की वेस्ट कटिंग से बनाया जाता है नकली खाद
कृषि विभाग की संयुक्त टीम ने की नकली खाद बनाने वाली फैक्ट्रीयो पर कार्यवाही
झाबुआ/मेघनगर (अली असगर बोहरा/जिया उल हक़ क़ादरी) - झाबुआ जिले के मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में नकली खाद बनाने का गोरखधंधा कई सालों से तेजी से फल-फूल रहा है। मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री सचिन यादव पंच ,सरपंच, किसान सम्मेलन को संबोधित करने झाबुआ पहुंचे थे। इस दौरान कई किसानों एवं कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों ने नकली खाद बनाने की शिकायत कृषि मंत्री सचिन यादव को की थी। जिसके तुरंत बाद सचिन यादव ने मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में चल रही नकली खाद बनाने की फैक्ट्री पर कार्रवाई के आदेश दीए।
अन्नदाता अपनी फसल व जमीन को उपजाऊ बनाने के लिए खेतों में खाद डालता है लेकिन इन रंग बिरंगी थैलियों में अच्छे नाम की पैकेजिंग होने वाला ये मालावट खाद नकली है।यह खाद मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र मे मार्बल पत्थर के वेस्ट धुल मिट्टी से मिलावट कर बनाया जाकर मालवा, निमाड़, डूंगर क्षेत्र के कई व्यापारियों की दुकान व किसानों के खेत,जमीन को छलनी करने के लिए महँगे दामो पर परोसा जाता है। भोले भाले अन्नदाता जमीन को उपजाऊ बनाने के लिए जो खाद जमीन में डाल रहा है वह खाद जमीन को उपजाऊ नहीं बल्कि बर्बाद कर रहा है.. मेघनगर नकली खाद बनाने वाली फैक्ट्रियों की शिकायत किसानों द्वारा झाबुआ पहुचे कृषि मंत्री सचिन यादव को की गई।
बुधवार को कृषि मंत्री सचिन यादव के आदेश का पालन करते हुए कृषि विभाग की सयुक्त टीम मेघनगर नकली खाद बनाने वाली फैक्ट्रियों पर छापामार कार्रवाई के लिए रॉयल एग्रोटेक,एग्रो फोर्स, बालाजी एग्रो एवं अन्य कारखानों पर छापेमार कार्यवाही करने पहुंची। कृषि विभाग की टीम द्वरा कार्यवाही कर सैंपल लिए गए, जिसके बाद नकली खाद बनाने वाली फैक्ट्री के मालिक को मैं हड़कंप मच गया व माल को इधर-उधर करते हुए भी कई कारखाने नजर आए।
इंदौर का एक रसूखदार व्यापारी राजकुमार सोहाने का बेटा जय सोहाने मेघनगर में एग्रो फ़ोर्स के नाम से खाद बनाने का कारखाना संचालित करता है मीडिया के कवरेज करने के बाद वह मोबाइल से किसी चैनल मालिक की धोष बताते हुए फोन पर खबर ना लगाने की धमकी देता हुआ मोबाइल में रिकार्ड हो गया।आप भी सुनिए रसूखदार की आवाज..।
अब यह बड़ा सवाल है कि अन्नदाता को छलने वाले यह नकली खाद बनाने वाले कारखाने पर कृषि विभाग की टीम द्वरा सैंपल लिए वह पूर्ण रूप से सेम्पल का सत्यापन करेगी या फिर शासन के नुमाइंदे खाद कंपनियों से सेटिंग कर नकली खाद कंपनियों के मालिकों को बचाएंगे। अब कृषि मंत्री सचिन यादव व शासन प्रशासन को देखना है।