कलेक्टर ने की स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास के कार्यों की समीक्षा | Collector ne ki swasthy ewam mahila baal vikas
कलेक्टर ने की स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास के कार्यों की समीक्षा
बालाघाट (टोपराम पटले) - कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने आज 12 सितम्बर को महिला एवं बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक महिला एवं बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभागों के कार्यों, योजनाओं एवं जिले में संचालित गतिविधियों की समीक्षा की और उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिये। बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रजनी सिंह, सहायक कलेक्टर श्री अक्षय तेम्रावाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर सी पनिका, सिविल सर्जन डॉ आर के मिश्रा, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज पांडे, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ परेश उपलप, डॉ अजय जैन, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती लीना चौधरी, सहायक संचालक सुश्री वंदना धूमकेती, सभी खंड चिकित्सा अधिकारी एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री आर्य ने बैठक में सबसे पहले महिला एवं बाल विकास विभाग कें कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने पोषण माह के अंतर्गत जिले में की जा रही गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे आम जनता में पोषण के प्रति जागरूकता के लिए तत्परता से कार्य करें और जनता में यह भावना पैदा करें कि बच्चों एवं माताओं के पोषण पर ध्यान देना पारिवारिक के साथ सामाजिक जिम्मेदारी भी है। जिला चिकित्सालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के पोषण पुनर्वास केन्द्रों में कुपोषित बच्चों के ईलाज के दौरान बच्चों परिजनों को पोषण आहार का महत्व बताया जाये।
बैठक में बाल विकास परियोजना अधिकारियों से कहा गया कि जिले के जिन स्थानों पर आंगनवाड़ी केन्द्र प्रायवेट एवं किराये के भवन में संचालित हो रहे है, उन्हें गांव में उपलब्ध शासकीय भवन में स्थानांतरित करें। जिले के जिन 10 आंगनवाड़ी केन्द्रों को बाल शिक्षा केन्द्र में बदला गया है, उन पर विशेष ध्यान दिया जाये। बाल शिक्षा केन्द्रों में दिये गये एलईडी टीव्ही का नियमित रूप से उपयोग होना चाहिए। बाल शिक्षा केन्द्रों के बच्चे हर तरह से परिपूर्ण मिलना चाहिए। कलेक्टर श्री आर्य ने कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्रों के बच्चों को नाश्ताा के समय पर नाश्ता एवं दोपहर के भोजन के समय पर भोजन प्रदाय किया जाना चाहिए। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होना चाहिए। आंगनवाड़ी पर्यवेक्षक सतत आंगनवाड़ी केन्द्रों का भ्रमण करें और यह सुनिश्चित करें कि बच्चों को समय पर नाश्ता एवं भोजन मिले। नाश्ता एवं भोजन एक साथ नहीं दिया जाये। यदि किसी किसी केन्द्र में ऐसा पाया जायेगा तो वहां के समूह के साथ ही पर्यवेक्षक के विरूद्ध भी कार्यवाही की जायेगी।
स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्री आर्य ने कहा कि जिन योजनाओं के डाटा आनलाईन साफ्वेयर में भरे जा रहे हैं उनमें किसी भी तरह से लापरवाही नहीं होना चाहिए और बालाघाट जिला प्रदेश के अन्य जिलों से पीछे नहीं रहना चाहिए। जिन एएनएम द्वारा अमनोल पोर्टल पर गर्भवती माताओं एवं शिशुओं के बारे में डाटा की प्रविष्टि नहीं की जा रही है, उनकी दो वेतनवृद्धि रोकने की कार्यवाही करें। एनसीडी स्क्रीनिंग के अंतर्गत गंभीर बीमारी ओरल केंसर, ब्रेस्ट केंसर, ब्लड प्रेशर एवं हायपर टेंशन संबंधी डाटा शीघ्र पोर्टल पर अपलोड करने कहा गया। बैठक में टीकाकरण, परिवार कल्याण कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गई।
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