बाजे गाजे से बाबा को दी विदाई अगले बरस तू जल्दी आना
गंधवानी (महेश सिसोदिया) - गणेश चतुर्थी हिन्दुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है. इसे विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है. मान्यता है कि इसी दिन बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता श्री गणेश का जन्म हुआ था. इस पर्व को देश भर में खास तौर से हर्षोल्लास, उमंग और उत्साह के साथ मनाया जाता है. यह त्योहार पूरे 10 दिनों तक मनाया जाता है. श्री गणेश के जन्म का यह उत्सव गणेश चतुर्थी से शुरू होकर अनंत चतुर्दशी के दिन समाप्त होता है. गणेश चतुर्थी के दिन भक्त प्यारे बप्पा गणेश जी की मूर्ति को घर लाकर उनका सत्कार करते हैं. फिर 10वें दिन यानी कि अनंत चतर्दशी को विसर्जन के साथ मंगलमूर्ति भगवान गणेश को विदाई दि जाती है. साथ ही उनसे अगले बरस जल्दी आने का वादा भी लिया नवरंग मित्र मंडल बस स्टैंड के राजा गणपति बप्पा की आरती करके बड़ी धूमधाम से आज सार्वजनिक मंदिर बहते पानी मे बाबा को विदाई दी अगले बरस तू जल्दी आना के जोर जोर से नारे लगायें।
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