एसडीओपी भार्गव ने दिया मानवता का परिचय, वृद्ध महिला को किया बेड़ियों से मुक्त
बालाघाट (टोपराम पटले) - बालाघाट जिला अंतर्गत ग्राम बोलेगांव की एक वृद्ध महिला पिछले दो तीन साल से बेटे की दरिंदगी का दंश भोग रही थी । जिसे देख लांजी के एसडीओपी नितेश भार्गव ने मानवता का परिचय देते हुए उसे बेड़ियों से मुक्त कराया प्राप्त जानकारी अनुसार लांजी थाना क्षेत्र के ग्राम बोलेगांव निवासी वृद्ध महिला केतनबाई मात्रे जिनकी उम्र 65-70 वर्ष है।पिछले चार - पांच सालों से मानसिक रूप से बीमार चल रही हैं । जिसके कारण वह घर से बिना बताए कहीं भी चली जाती थी। उनके इसी व्यवहार सड़ परेशान होकर बेटे ने उसके पैरों में बेड़ियां डाल दी । जिसका दंश वृद्धा पिछले तीन सालों से झेल रही थी । इतना ही नहीं निर्दयी बेटा कभी कभी उसका एक हाथ भी पैर की बेड़ियों से बांध देता था जिसके कारण महिला केतनबाई की कमर झुक गई थी और चलने में बेहद परेशानी होती थी । बेटे की इस निर्दयता की वजह से जो दर्द वृद्ध मां को सहना पड़ रहा था उसे देखकर किसी का भी दिल पसीज जाए और अंदाजा लग जाये कि महिला को कितनी पीड़ा होती होगी । ये संयोग की बात है कि लांजी एसडीओपी नितेश भार्गव किसी काम से देवरबेली पुलिस चौकी जा रहे थे तो रास्ते में वृद्धा को इस हालत में देखा तो उनसे रहा नहीं गया और उन्होंने मानवता का परिचय देते हुए तुरंत उसे बेड़ियों से मुक्त कर होने वाली पीड़ा और परेशानी से निजात दिलाई । महिला को बेटे की दरिंदगी का इतना खौफ दिखा कि जब उसके पैरों की बेड़ियां खोली जा रही थी तब उसका बेटा उसे मारे पिटे न इसीलिए गालियां बक रही थी ।
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