सड़क दुर्घटना का कारण बन रहे आवारा पशु | Sadak Durghatna Ka Karan Ban Rhe Awara Pashu
सड़क दुर्घटना का कारण बन रहे आवारा पशु
बिरसा (टोपराम पटले) - एमपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन बिरसा तहसील अध्यक्ष टोपराम पटले ने प्रेस विज्ञप्ती जारी कर बताया कि मोहगांव नगरपालिका अपने जिम्मेदारी का ठीक ढंग से निर्वहन नहीं कर रही है। आवारा पशु जो आवागमन में बाधा पहुंचा रहे हैं। उन पर नगर पालिका का ध्यान नहीं है। सड़क दुर्घटनाओं में सबसे बड़ा कारण आवारा पशु बताये जा रहे हैं वहीं सड़क के दोनों ओर साईड सोल्डर नहीं बनाये जाने के कारण भी सड़क दुर्घटनायें हो रही है। पशु मालिक अपने पशुओं को बेपरवाह रूप से सड़कों पर खुला छोड़ देते हैं। अपने उपयोग के लिये ही इन पशुओं को कुछ दिनों के लिये अपने घर ले जाते हैं इसके बाद अपने पशुओं को खुला छोड़ देते हैं जिसके कारण वाहन चालक कई बार बीच सड़क में बैठे जानवरों से टकरा जाते हैं इस दौरान वे तो गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं या फिर उनकी मौत हो जाती है। दर्जनों मौते अब तक इस क्षेत्र में आवारा पशुओं की चक्कर में हो चुकी है। इसके बाद भी मोहगांव नगरपालिका आंख बंद किये हुये हैं। हाका गेंग पूरी तरह से निष्क्रिय है। नाम मात्र के लिये ही हाका गेंग का गठन किया गया है। यह गेंग आवारा पशुओं को कांजी हाऊस भेजने के लिये असमर्थ है। हाल ही में सड़क दुर्घटना में पौनी निवासी गणेश इंटरप्राईजेस के संचालक की आवारा पशुओं से टकरा जाने से उसकी मौत हो चुकी है। गणेश पटले लगभग 50 वर्ष के थे घटना के दिन वे अपने नीजि कार्य से मोहगांव नगरपालिका गये हुये थे जो लौटते दौरान नगरपालिका से 1 किमी. दूर पैनी पेट्रोल पंप के पास बीच सड़क में बैठे जानवर से टकरा गये जिन्हें गंभीर हालत में एच सी एल मलाजखंड हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनकी मौत की खबर सुनते ही पूरा क्षेत्र सदमे में आ गया वे अपने क्षेत्र के अच्छे लोकप्रिय व्यक्तियों में सुमार थे। जिनकी अंतेष्ठी में बड़ी तादात में लोग पहुंचे। कांग्रेस नेता व समाज सेवी शेषराम राहंगडाले ने गणेश पटले के सड़क दुर्घटना में मौत हो जाने पर गहरी शोक संवेदना प्रकट की है और उन्होंने ने भी नगरपालिका को अपनी व्यवस्था सुधारने तथा आवारा पशु मालिकों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही करने के साथ-साथ आवारा पशुओं को तत्काल कांजीहाऊस में बंद करने हेतु कहा है।
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