2 किमी लम्बे पानी भरे दलदल व कीचड़ भरे मार्ग से स्कूल जाते हैं बच्चे, सरकार के विकास के सारे दावे खोखले साबित
बडवाह (गोविंद शर्मा) - मध्यप्रदेश के बडवाह में नोनिहालो का कैसा सवर रहा है भविष्य इसका अंदाजा 2 किमी लम्बे कीचड़ भरे रास्ते से स्कूल के लिये हाथो मे चप्पल उठाकर निकल रहे छात्र छात्राओं से लगाया जा सकता है। जिससे सरकार के विकास के सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
बडवाह की ग्राम पंचायत लोंदी बी के ग्राम टांडा से जगतपुरा की मेन सड़क को जोड़ने वाला यह 2 किमी लम्बा कच्चा मार्ग बारिश के दिनों में एक नाले का रूप ले लेता है। घुटने घुटने पानी व दलदल भरे कीचड से इस मार्ग से आमजन का निकलना तो मुश्किल है लेकिन 500 से ज्यादा आबादी वाले ग्राम टांडा के विद्यार्थियों सहित ग्रामीणजनों को मजबूरन इसी मार्ग से गुजरना पड़ता है वही विद्यार्थियों को हाई स्कूल जाना पड़ता हैं।
वर्षो से पंचायत, जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की अनदेखी का शिकार बना हुआ यह दलदल रूपी मार्ग से दोपहिया वाहनों से भी आना-जाना संभव नहीं है। वही बीमार व गर्भवती महिलाओं के लिये भी मुशीबत बने मार्ग से ग्रामीणजन स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित रहते हैं।
मजबूरन स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को साफ-सुथरे कपड़े पहनकर हाथ मे जूते-चप्पल उठाकर घुटने तक कपड़े मोड़कर दलदल को पार करना पड़ता है। कई बार फिसलकर गिरने के बाद बच्चों को वापस घर लौटने के अलावे दूसरा कोई चारा नहीं रहता। जिस मुसीबत भरे सफर से होकर बच्चे व ग्रामीण गुजर रहे हैं उससे सरकार के विकास के सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
इस सम्बंध में एसडीएम मिलिंद ढोके का कहना है कि जनपद पंचायत सीओ को मार्ग पर मुरम डलवाकर दुरुस्त करवाने के लिये कहा गया है।