चम्बल का उग्र रूप देखने के लिए उमड़ रहा है जनसैलाब
प्रशासन ने आसपास के गाँवों को किया अलर्ट
मुरैना (संजय दीक्षित) - मुरैना में कोटा बैराज बांध के गेट खुलने के बाद चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।जिसके कारण प्रशासन ने नदी के किनारों पर सुरक्षा बढ़ा दी है और लगातार लोगों को किनारों से दूर रहने के निर्देश दिए जा रहे है।
प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है, लगातार हो रही बारिश की वजह से नदियां उफान पर है ।बारिश के चलते लगभग सभी छोटे- बड़े बांधों के गेट लगातार खोले जा रहे हैं। कोटा बैराज बांध के 13 गेट खुलने से चंबल नदी का जल स्तर भी बढ़ गया है,जिसके कारण चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर गौरतलब है कि चंबल क्षेत्र में पिछले कई दिनों से बारिश का कहर जारी है। जिसके कारण कोटा बैराज बांध के 13 गेट खुले गए थे।जिसके बाद चंबल नदी खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर से बह रही है।चम्बल नदी का खतरे का निशान 138 मीटर है, जबकि अभी चंबल नदी का पानी 140 मीटर के लगभग बह रहा है। राजस्थान व ऊपरी इलाके में लगातार बारिश होने के कारण कोटा बैराज डैम के ओर गेट खोले जाने की संभावना है
जिला कलेक्टर ने चम्बल नदी के आसपास के गांव मे हाई अलर्ट जारी किया है। जिसके बाद नदी के किनारों की सुरक्षा व्यवस्था बढा़ई गई है, जिसके चलते चंबल राजघाट के पुराने और नए पुल पर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है।चम्बल के राजघाट पर शनिवार की सुबह से ही पुराने चम्बल नदी के उफान को देखने के लिए परिवार सहित आ रहे हैं।प्रशासन ने चम्बल पुल के आसपास से सटे गाँव को खाली कराने का आदेश दे दिया है।वहीं चम्बल के पुराने पुल पर पुलिस वालों की तैनाती की गई हैं।किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए गोताखोरों की टीम को लगा दिया है।युवा वर्ग के लोगों की चंबल के पुल पर सेल्फी लेने की होड़ मची हुई हैं।
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