3 दिवसीय वर्षा ने किया ग्रामीणो को घर से बेघर
कही आयसर बह गई , तो कही मकानो की दीवारे डह गई
धामनोद/कालीबावडी (सन्नी राठौड़) - तीन की बरसात ने ग्रामीण व पहाड़ी क्षेत्र मे जन जिवन अस्त व्यस्त कर दिया है।श्रावण के चलते इस बार वर्षा बरसो के रिकार्ड तोड़ गिरि है।इस वर्षा ने लोगो के घर ही नहीं ब्लकि गावो को शहर से जोडने वाले मुख्य मार्ग के पुलिये तक को क्षतिगर्त कर दिया है। इस वर्षा के चलते कार्य व व्यवसाय मार्केट पुर्ण रुप से बन्द पड़े है।धार जिले के कई गाव की हूई वर्षा से हालत खस्ता।
खुज नदी के बहाव मे अयसर साक्ल्दा तालाब मे बही:-तीन दिन की मुसलधार बारीस से ग्रमीणो के जिवन मे काफी प्रभाव पड़ा है ।वही धार जीके के सकलदा पंचायत के कसबे तिब्य्दीया मे बंसीलाल पिता जालम के यहा प्रधानमंत्री अवासयोजना के अन्तर्गत मकान की राशी स्वीकर्त हूई ।जिससे मकान का कार्य लगया था ।वही मकान की सामग्री उमरबंद से अपने घर गाव तिबयदीया लेकर आ रहा था वही अचानक आयसर का बिच रह मे खराब होना हूआ।ओर अचानक नदी का बहाव तेज हूआ।जिसके चलते।खुज नदी का बहाव आयसर को तालाब की ओर धकेलता हूआ ले गया ।बताया जारहा की वाहन मे 40 बिरि सीमेंट बेग थे।व 4क्विन्टल सरिये थे।जो नदी के प्रवाह मे बह गये।यह घटना से किसी प्रकार की जनहानी नहीं हूई है ।वहीकिसान बंसीलाल के लिये यह नुकसान दुखदाय है ।
5 मकान हुये धराशय वर्षो से नही मिल रहा आवास योजना का लाभ
उमरबंद विकास खंड ग्राम पंचायत रनदा में 6 मकान हुए धरासही
ग्रामीणों ने बताया कि इस 3 दिन की मूसलाधार बरसात से हमारे गांव की हालत बहुत खराब है। क्योंकि यह रणदा पंचायत पहाड़ के निचले स्तर में बसी हुई है। जहां पर पानी का बहाव घरों की ओर आता है। हालाकी पंचायत द्वारा वह जन सहयोग से पानी की निकासी तो है ।किंतु तेज वर्षा के कारण हमारे मकान धरा से हो गए । अगर समय रहते हमें आवास योजना का लाभ मिलता तो आज हम घरों से बेघर नहीं होते ।साथ ही ग्रामीणों ने यह भी बताया कि रणदा पंचायत में करीब 300 परिवार हे। जो आवास योजना के पात्र है ।किंतु वर्ष 2017 से 2018 मैं 300 परिवार में से मात्र 17 से 18 परिवार कोही आवास योजना में लाभवन्तीत किया गया। वही बात हम सरपंच सचिव सहायक सचिव व जनपद में जाकर गुहार लगाते हैं तो वहां पर यह कह वापस भेज देते है की आगे से नहीं आया है आवास प्लस।
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