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| रीवा-प्रयागराज मार्ग पर घने कोहरे में भीषण हादसा, 'वैध कट' पर ग्रामीणों का दावा- रोज़ाना हो रहे एक्सीडेंट Aajtak24 News |
रीवा - जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर, राष्ट्रीय राजमार्ग 30 (NH-30) पर गढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम धाराविभा के पास सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। घने कोहरे और अधूरे निर्माण कार्यों के कारण यह मार्ग अब दुर्घटनाओं का गढ़ बन चुका है। सोमवार, 15 दिसंबर 2025 की सुबह लगभग 8 बजे, इसी मार्ग पर एक और बड़ा हादसा हुआ, जब घने कोहरे के बीच एक कार और एक ऑटो (टेम्पो) की आमने-सामने की भीषण भिड़ंत हो गई।
कोहरे में हुआ बड़ा एक्सीडेंट
प्रत्यक्षदर्शियों और कार चालक धर्मेंद्र के अनुसार, यह दुर्घटना डिवाइडर पर बने 'कट' के कारण हुई। कार चालक रीवा से प्रयागराज की ओर जा रहा था, तभी डिवाइडर पर बने कट से अचानक एक टेम्पो तिरछे तरीके से हाईवे पर आ गया, जिससे सीधा टकराव हुआ। हादसे में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, जबकि टेम्पो चालक वाहन लेकर मौके से फरार हो गया।
'कागज़ी वैध, व्यवहार में जानलेवा' कट
गढ़ थाना के पुलिसकर्मियों ने भी स्वीकार किया कि डिवाइडर पर बना यह कट भले ही 'कागज़ों में वैध' हो, लेकिन मौके पर यह गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन रहा है। विशेष रूप से घने कोहरे के समय, सामने से आने वाले वाहनों का अंदाजा लगाना नामुमकिन हो जाता है, जिससे भिड़ंत की आशंका कई गुना बढ़ जाती है।
ग्रामीणों का गंभीर आरोप: "यहां 24 घंटे में एक एक्सीडेंट तय है!"
स्थानीय ग्रामीण मुनींद्र तिवारी और अन्य निवासियों ने प्रशासन पर घोर उदासीनता का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जब से यह सड़क बनी है, तब से ही हादसों का सिलसिला जारी है।
"जब से सड़क बनी है, तब से यही हाल है। सर्विस रोड आज तक नहीं बनी। मजबूरी में लोग इसी कट से सड़क पार करते हैं। प्रशासन को कई बार बताया गया, लेकिन सिर्फ आश्वासन मिले। यहां 24 घंटे में एक एक्सीडेंट होना तय है।"
ग्रामीणों ने बताया कि बायपास निर्माण अधूरा है और गांव के सामने कोई सुरक्षित पार मार्ग न होने के कारण लोगों को जान जोखिम में डालकर मुख्य हाईवे को पार करना पड़ता है।
स्थानीय लोगों की प्रमुख मांगें:
लगातार हो रहे जानलेवा हादसों को देखते हुए स्थानीय लोगों ने तत्काल कार्रवाई की मांग की है:
खतरनाक कट को तत्काल बंद या सुरक्षित रूप से पुनः डिज़ाइन किया जाए।
सर्विस रोड का निर्माण बिना किसी विलंब के शीघ्र पूरा किया जाए।
कोहरे को देखते हुए रिफ्लेक्टर, चेतावनी संकेतक और स्पीड कंट्रोल (गति नियंत्रक) लगाए जाएं।
इस दुर्घटना संभावित क्षेत्र को तत्काल 'ब्लैक स्पॉट' घोषित किया जाए।
यदि प्रशासन ने समय रहते इस 'जानलेवा कट' और अधूरे निर्माण की समस्या को गंभीरता से नहीं लिया, तो भविष्य में और भी बड़े और जानलेवा हादसे होने की आशंका बनी रहेगी।
