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गुजरात में भीषण पुल हादसा: 43 साल पुराना माहीसागर पुल ध्वस्त, 2 की मौत, कई फंसे; भयावह मंज़र manjar Aajtak24 News |
वडोदरा - गुजरात के वडोदरा जिले में बुधवार सुबह एक भयावह और हृदय विदारक हादसा हो गया, जब महीसागर नदी पर बना एक 43 साल पुराना और बेहद महत्वपूर्ण पुल अचानक बीच से ढह गया। सुबह करीब 8:30 बजे हुए इस हादसे ने वडोदरा और आणंद जिले को जोड़ने वाले इस व्यस्त मार्ग पर कहर बरपा दिया, जिससे कई वाहन नदी में समा गए। अब तक की जानकारी के अनुसार, इस त्रासदी में दो लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि पांच लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।
आँखों देखा हाल: जब ज़मीन में समा गया पुल
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पलक झपकते ही पुल का एक बड़ा हिस्सा भरभरा कर गिर गया. सुबह के व्यस्त समय होने के कारण पुल पर वाहनों का खासा दबाव था। चश्मदीदों ने बताया कि दो ट्रक, एक ऑटो रिक्शा और एक ईको वैन देखते ही देखते नदी की तेज़ धार में समा गए। एक भारी-भरकम ट्रक तो पुल के मुहाने पर ही लटक गया, जिससे और अधिक वाहनों के गिरने का खतरा टल गया। इस घटना से आसपास अफरा-तफरी का माहौल हो गया और चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोग तुरंत मदद के लिए दौड़े और उन्होंने अपने स्तर पर बचाव कार्य शुरू किया।
बचाव कार्य जारी: ज़िंदगियों की तलाश
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल विभाग और गोताखोरों की टीमें तत्परता से घटनास्थल पर पहुंचीं। 108 एम्बुलेंस को भी तुरंत बुलाया गया। बचावकर्मी युद्धस्तर पर नदी में फंसे अन्य लोगों की तलाश कर रहे हैं। नदी में गिरे वाहनों को निकालने का काम भी शुरू कर दिया गया है। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं और राहत तथा बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। इस हादसे ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है और लोगों में भारी रोष है।
43 साल पुराना पुल: रखरखाव पर उठे सवाल
गंभीरा पुल के नाम से जाना जाने वाला यह पुल करीब 43 साल पुराना बताया जा रहा है। गुजरात में पिछले कुछ दिनों से जारी भारी बारिश के कारण महीसागर नदी में जलस्तर काफी बढ़ा हुआ था। हालांकि, यह भी एक बड़ा सवाल है कि क्या इस पुराने पुल का नियमित रूप से निरीक्षण और रखरखाव किया गया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल की जर्जर हालत के बारे में पहले भी शिकायतें की गई थीं, लेकिन उन पर ध्यान नहीं दिया गया। समय पर पुल की जांच और मरम्मत न होने को ही इस भयावह हादसे की मुख्य वजह माना जा रहा है। यह हादसा गुजरात के बुनियादी ढांचे की सुरक्षा और पुराने पुलों के रखरखाव पर गंभीर सवाल खड़े करता है। क्या प्रशासन इस तरह की अन्य दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएगा?