रीवा के बसेड़ा में 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' संपन्न: ड्रैगन फ्रूट बना आकर्षण का केंद्र kendra Aajtak24 News

 

रीवा के बसेड़ा में 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' संपन्न: ड्रैगन फ्रूट बना आकर्षण का केंद्र kendra Aajtak24 News 

रीवा -  जिले के गंगेव विकास खंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बसेड़ा में 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सरपंच रंजीता सिंह की उपस्थिति में कृषि वैज्ञानिकों और विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने किसानों को आधुनिक कृषि पद्धतियों और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण फसल विविधीकरण (Crop Diversification) के तहत ड्रैगन फ्रूट (Dragon Fruit) की खेती रही। सरपंच रंजीता सिंह के खेत में लगे ड्रैगन फ्रूट की व्यावसायिक और वैज्ञानिक खेती का निरीक्षण कृषि वैज्ञानिक डॉ. ए.के. पटेल और सरपंच महोदया ने स्वयं किया। यह किसानों को पारंपरिक खेती के बजाय नई और अधिक लाभदायक फसलों की ओर मोड़ने का एक सफल उदाहरण प्रस्तुत करता है।

योजनाओं की जानकारी और जागरूकता अभियान

कार्यक्रम में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी शिवसरण सरल, आत्मा परियोजना से बी.टी.एम. दीपक श्रीवास्तव, और कृषि विभाग के क्षेत्रीय कृषि विस्तार अधिकारी आदर्श पांडे व अभिषेक शर्मा उपस्थित रहे। उन्होंने राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन और कृषि एवं कृषि अभियांत्रिकी से संबंधित सभी महत्वपूर्ण योजनाओं की विस्तृत जानकारी किसानों को दी। इसके अतिरिक्त, उद्यानिकी विभाग से राहुल पाटीदार और पशुपालन विभाग के वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने भी अपने-अपने विभागों से संबंधित जानकारी साझा की। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के फसल प्रतिनिधि और रोजगार सहायक भी कार्यक्रम में मौजूद थे।

पौधरोपण और मृदा स्वास्थ्य पर जोर

कार्यक्रम के दौरान, सरपंच महोदया की उपस्थिति में 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत आम का पौधा रोपित किया गया। इस दौरान कृषकों को भी पौधरोपण के लिए संकल्पित किया गया, जिससे पर्यावरण संरक्षण और हरियाली को बढ़ावा मिल सके। मृदा स्वास्थ्य एवं फर्टिलिटी योजना के अंतर्गत मिट्टी के नमूने लेने हेतु महिलाओं को संकल्पित किया गया। शिवकली पटेल, उदिया पटेल और अन्य प्रगतिशील कृषकों ने इस अभियान में मिट्टी के नमूने देकर अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई। इसके अलावा, जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जल संरक्षण के महत्व पर भी कृषकों और महिलाओं से विस्तार से चर्चा की गई। यह आयोजन किसानों को नई कृषि तकनीकों से जोड़ने, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


Post a Comment

Previous Post Next Post