'ऑपरेशन सिंदूर' से 22 मिनट में दुश्मन ने टेके घुटने! पीएम मोदी बोले - 'भारतीयों का खून बहाने वालों का कोई ठिकाना सुरक्षित नहीं Aajtak24 News


'ऑपरेशन सिंदूर' से 22 मिनट में दुश्मन ने टेके घुटने! पीएम मोदी बोले - 'भारतीयों का खून बहाने वालों का कोई ठिकाना सुरक्षित नहीं Aajtak24 News

नई दिल्ली - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दिल्ली में आयोजित श्रीनारायण गुरु और महात्मा गांधी के बीच ऐतिहासिक बातचीत के शताब्दी समारोह में सशक्त होते भारत के जज्बे को सलाम किया। इस दौरान पीएम मोदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र करते हुए देश की बढ़ती सैन्य ताकत और आतंकवाद के प्रति कठोर नीति को रेखांकित किया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि, "भारतीयों का खून बहाने वाले आतंकवादियों के लिए कोई भी ठिकाना सुरक्षित नहीं है।

'ऑपरेशन सिंदूर' - 22 मिनट में दुश्मन को घुटनों पर लाया भारत

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारत अब अपनी रक्षा आवश्यकताओं के लिए विदेशों पर निर्भरता कम कर रहा है और रक्षा क्षेत्र में 'आत्मनिर्भर' बन रहा है। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' का उदाहरण देते हुए कहा, "हमने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भी इसका प्रभाव देखा है। हमारी सेनाओं ने 'मेड इन इंडिया' हथियारों की मदद से 22 मिनट में दुश्मनों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया." पीएम मोदी ने विश्वास जताया कि आने वाले समय में भारत में निर्मित हथियार दुनिया भर में अपनी पहचान बनाएंगे। हालांकि, उन्होंने किसी देश का नाम नहीं लिया, लेकिन यह माना जा रहा है कि उनका इशारा पाकिस्तान के साथ संघर्ष और आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई की ओर था।

देशहित में कड़े फैसले ले रहा है आज का भारत

प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि आज का भारत देशहित में जो भी सही है, उसके हिसाब से कदम उठाता है। उन्होंने कहा कि हाल ही में दुनिया ने भारत का सामर्थ्य देखा है, और 'ऑपरेशन सिंदूर' ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के सख्त रुख को पूरी दुनिया के सामने स्पष्ट कर दिया है। पीएम मोदी ने यह भी जिक्र किया कि भारत तेजी से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।

श्रीनारायण गुरु और महात्मा गांधी की ऐतिहासिक मुलाकात का शताब्दी समारोह

प्रधानमंत्री मोदी इस कार्यक्रम में श्रीनारायण गुरु और महात्मा गांधी के बीच ऐतिहासिक बातचीत के शताब्दी समारोह के उद्घाटन में शामिल हुए थे। उन्होंने इस मुलाकात को इतिहास की एक अभूतपूर्व घटना बताया, जिसने स्वतंत्रता आंदोलन को नई दिशा दी। पीएम मोदी ने कहा कि यह मुलाकात आज भी सामाजिक समरसता और 'विकसित भारत' के सामूहिक लक्ष्यों के लिए ऊर्जा का स्रोत है। उन्होंने श्रीनारायण गुरु को नमन करते हुए कहा कि उनके आदर्श पूरी मानवता के लिए बहुत बड़ी पूंजी हैं और वे समाज के शोषित, पीड़ित, वंचित वर्ग के लिए काम करने वालों के लिए प्रकाश स्तंभ की तरह हैं।

'आत्मनिर्भर भारत' और विश्व कल्याण का विजन

पीएम मोदी ने 'मेड इन इंडिया' हथियारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि देश के संकल्पों को पूरा करने के लिए श्रीनारायण गुरु की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाना है, जिसके लिए सरकार भी सक्रियता से काम कर रही है। उन्होंने 'वन अर्थ, वन हेल्थ', 'वन वर्ल्ड, वन हेल्थ', 'वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड' और 'वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर' जैसी भारत की वैश्विक पहलों का भी जिक्र किया, जो 'वसुधैव कुटुंबकम' की धारणा से जुड़ी हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि श्रीनारायण गुरु के आशीर्वाद और उनकी शिक्षाएं अमृतकाल की यात्रा में रास्ता दिखाती रहेंगी और सब मिलकर विकसित भारत के सपने को पूरा करेंगे।

Post a Comment

Previous Post Next Post