जबरन उठा ले गया आरोपी, खून से लथपथ पहुंचा बच्चा
पीड़ित बच्चे की मां ने बोचहां थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। शिकायत के अनुसार, गुरुवार दोपहर बच्चा घर के बाहर खेल रहा था, तभी आरोपी युवक ने उसे अपने साथ चलने को कहा। जब बच्चा तैयार नहीं हुआ, तो युवक उसे जबरन उठा ले गया और एक घर में बंद कर दिया। वहां आरोपी ने बच्चे के साथ अननैचुरल सेक्स किया, जिससे बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया और खून बहने लगा। खून से लथपथ बच्चा जब घर पहुंचा तो परिजनों और आसपास के लोगों में भारी आक्रोश फैल गया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, आरोपी गिरफ्तार
घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों ने बच्चे को लेकर थाना पहुंचे। बच्चे की निशानदेही पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 20 वर्षीय आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष राकेश कुमार यादव ने बताया कि देर शाम शिकायत मिली थी और पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में ले लिया है। पीड़ित बच्चे को इलाज और मेडिकल जांच के लिए मुजफ्फरपुर स्थित एसकेएमसीएच (श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल) में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज जारी है। पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।
मुजफ्फरपुर में रेप कांडों का सिलसिला जारी, पहले भी उठे सवाल
यह घटना मुजफ्फरपुर में हाल ही में हुए कई ऐसे जघन्य अपराधों के बाद सामने आई है, जिसने पूरे देश का ध्यान खींचा है और बिहार की कानून-व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगाए हैं।
- कुढ़नी का दलित बच्ची से रेप: बीते दिनों कुढ़नी में एक मछली विक्रेता ने 9 साल की दलित बच्ची से बलात्कार कर उस पर हथियार से हमला किया था। पटना के पीएमसीएच में बेड न मिलने के कारण 1 जून को बच्ची की मौत हो गई थी। इस मामले ने बिहार के स्वास्थ्य सिस्टम पर भी बड़े सवाल खड़े किए थे।
- तुर्की थाना क्षेत्र का मामला: एक अन्य घटना में, तुर्की थाना क्षेत्र में एक शख्स ने 11 साल की बच्ची से बलात्कार किया था। इस मामले में पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा था, जब पीड़िता के परिजन थाने पहुंचे तो पुलिस ने तुरंत कोई कार्रवाई नहीं की थी। बाद में एसएसपी ने थानेदार समेत अन्य पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था। इस मामले के आरोपी के घर पर गुरुवार को बुलडोजर भी चलाया गया, जिसके बाद उसने सरेंडर कर दिया था।
मुजफ्फरपुर में बच्चों के खिलाफ लगातार हो रहे ऐसे जघन्य अपराध समाज और प्रशासन दोनों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गए हैं। इन घटनाओं को रोकने और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए और अधिक प्रभावी कदम उठाने की जरूरत महसूस की जा रही है।