कितना बढ़ेगा आपका किराया?
रेल मंत्रालय के प्रस्ताव के अनुसार, गैर-वातानुकूलित (नॉन-एसी) श्रेणी के किरायों में प्रति किलोमीटर एक पैसा की वृद्धि होगी। वहीं, सभी वातानुकूलित (एसी) श्रेणी के किरायों में प्रति किलोमीटर दो पैसे का इजाफा किया जाएगा. इस बढ़ोतरी को समझने के लिए कुछ उदाहरण देखें।
नॉन-एसी मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में:
अगर आप 500 किलोमीटर की यात्रा करते हैं, तो आपको 5 रुपये अतिरिक्त चुकाने होंगे।
1000 किलोमीटर की यात्रा पर यह राशि 10 रुपये अतिरिक्त हो जाएगी।
एसी क्लास (AC 2-tier, AC 3-tier, आदि) में:
इसका मतलब है कि अगर आप दिल्ली से मुंबई या कोलकाता जैसी लंबी दूरी की एसी यात्रा कर रहे हैं, तो आपके टिकट पर लगभग ₹25-30 तक का अतिरिक्त खर्च आ सकता है।
कुछ यात्रियों को मिलेगी राहत, कुछ को नहीं
हालांकि, इस किराया वृद्धि का असर सभी यात्रियों पर समान रूप से नहीं पड़ेगा. रेलवे ने उपनगरीय ट्रेनों (Suburban trains) और मासिक सीजन टिकट (MST) के जरिए यात्रा करने वाले दैनिक यात्रियों को राहत देते हुए उनके किराये में कोई बढ़ोतरी नहीं करने का फैसला किया है. यह लाखों दैनिक यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत है जो हर दिन काम या अन्य जरूरतों के लिए लोकल ट्रेनों का उपयोग करते हैं।
इसके अलावा, सामान्य सेकंड क्लास में 500 किलोमीटर तक की यात्रा के किराये में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी. हालांकि, 500 किलोमीटर से अधिक दूरी के लिए प्रति किलोमीटर किराये में आधा पैसा (0.5 पैसे) की मामूली वृद्धि हो सकती है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह बढ़ोतरी 2013 और 2020 में हुई पिछली किराया वृद्धि की तुलना में सबसे कम होगी।
राजस्व बढ़ाने का लक्ष्य और पिछली किराया वृद्धि
रेलवे ने पिछली बार यात्री किरायों में बढ़ोतरी 1 जनवरी, 2020 को की थी. उस समय साधारण और मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए सेकंड क्लास का किराया क्रमशः एक पैसा और दो पैसा बढ़ाया गया था, जबकि स्लीपर और सभी एसी क्लास का किराया क्रमशः दो पैसे और चार पैसे बढ़ा था। इससे पहले, साल 2013 में भी सभी श्रेणियों के ट्रेन किराये में बड़ी बढ़ोतरी हुई थी।
इस नई किराया वृद्धि से वित्त वर्ष 2025-26 के शेष अवधि में लगभग ₹700 करोड़ की अतिरिक्त आमदनी होने की उम्मीद है। यदि यह वृद्धि पूरे वित्त वर्ष के लिए लागू होती, तो रेलवे को ₹920 करोड़ से अधिक का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होता। रेलवे ने वित्त वर्ष 2026 के लिए यात्री खंड से कुल ₹92,800 करोड़ के राजस्व का अनुमान लगाया है, जो यात्रियों की संख्या में वृद्धि की उम्मीद पर आधारित है।
तत्काल टिकट बुकिंग के नियमों में भी बदलाव
किराया बढ़ोतरी के साथ-साथ रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग के नियमों में भी एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है. अब तत्काल टिकट बुक करने के लिए आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य होगा। इसका मतलब है कि IRCTC की वेबसाइट या ऐप से तत्काल टिकट बुक करने के लिए आपका आधार कार्ड आपके IRCTC अकाउंट से लिंक होना जरूरी है। यह किराया वृद्धि और नियम परिवर्तन रेलवे के आधुनिकीकरण और राजस्व में सुधार के प्रयासों का हिस्सा हैं, लेकिन यह निश्चित रूप से आम यात्रियों की जेब पर अतिरिक्त भार डालेगा।