भोपाल में चमत्कारिक प्रसव: महिला ने दिए चार बच्चों को जन्म, दो की हालत नाजुक najuk Aajtak24 News

 

भोपाल में चमत्कारिक प्रसव: महिला ने दिए चार बच्चों को जन्म, दो की हालत नाजुक najuk Aajtak24 News 

भोपाल - राजधानी भोपाल से एक अनोखी और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां के डॉ. कैलाशनाथ काटजू सिविल अस्पताल में एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है। यह घटना न सिर्फ मेडिकल की दृष्टि से दुर्लभ है, बल्कि भावनात्मक रूप से भी परिवार और समाज के लिए खास मानी जा रही है। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, चारों बच्चों को सिजेरियन ऑपरेशन के जरिए प्रसव के सातवें महीने में जन्म दिया गया। इनमें दो लड़के और दो लड़कियां हैं। कम वजन और समयपूर्व जन्म के चलते चारों नवजातों को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया है, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।

प्रसूता महिला का नाम ज्योति है, जो भोपाल की निवासी हैं। यह उनकी पहली गर्भावस्था थी। गर्भावस्था के शुरुआती महीनों में सोनोग्राफी के दौरान डॉक्टरों को गर्भ में चार भ्रूणों की जानकारी मिली थी। इसके बाद से ही महिला की नियमित जांच और मॉनिटरिंग की जा रही थी। सातवें महीने में अचानक प्रसव पीड़ा शुरू होने पर महिला को तत्काल अस्पताल लाया गया, जहां आपातकालीन स्थिति में ऑपरेशन कर चार बच्चों का जन्म कराया गया। चारों नवजातों का वजन 800 ग्राम से 1 किलोग्राम के बीच है, जो सामान्य से काफी कम माना जाता है। डॉक्टरों ने बताया कि कम वजन के कारण उन्हें विशेष देखरेख में रखा गया है। दो बच्चों की हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें वॉर्मर रूम में रखा गया है। अस्पताल की विशेष नवजात देखभाल इकाई (NICU) में डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

इस पूरी प्रक्रिया में डॉक्टरों, नर्सों और स्टाफ ने बेजोड़ समर्पण के साथ काम किया। अस्पताल की अधीक्षिका ने बताया कि महिला की स्थिति स्थिर है और जच्चा-बच्चा दोनों की सेहत पर पूरी सतर्कता बरती जा रही है। यह कोई पहला मामला नहीं है जब भोपाल के इस अस्पताल में असाधारण प्रसव हुआ हो। इससे पहले भी इस अस्पताल में एक महिला ने तीन बच्चों को जन्म दिया था। वहीं 2020 में मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में एक महिला ने 6 बच्चों को जन्म दिया था, जिनमें दो बच्चियों की जन्म के तुरंत बाद मृत्यु हो गई थी।

इस घटना से जुड़ी खबर अस्पताल परिसर और पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई है। जैसे ही परिजनों को एक साथ चार बच्चों के जन्म की जानकारी मिली, परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। हालांकि, बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हों, इसके लिए परिवार और डॉक्टरों की चिंता बनी हुई है। इस तरह के मामलों में जहां उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवाएं जरूरी होती हैं, वहीं सरकारी अस्पतालों में ऐसी सफलता मेडिकल सिस्टम की दक्षता को दर्शाती है।

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