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पटाखा फैक्ट्री में भीषण धमाका, चिथड़े उड़ने से मचा कोहराम, ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, सड़क जाम कर किया बवाल bawal Aajtak24 News |
सहारनपुर - देवबंद क्षेत्र के ग्राम जड़ौदा जट के जंगल में शनिवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब एक पुरानी पटाखा फैक्ट्री में भीषण विस्फोट हो गया। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के कई गांवों तक सुनाई दी। धमाके के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई और गांववाले दौड़ते हुए फैक्ट्री की ओर पहुंचे। दृश्य बेहद भयावह था। फैक्ट्री परिसर में जगह-जगह मानव अंग बिखरे पड़े थे और आसमान में ऊंचाई तक धुएं का घना गुबार छाया हुआ था। लोगों ने जब यह मंजर देखा तो उनमें आक्रोश फूट पड़ा। ग्रामीणों ने इसे एक सुनियोजित साजिश करार देते हुए देवबंद-मुजफ्फरनगर मुख्य राज्यमार्ग पर जाम लगा दिया। सूचना मिलते ही थाना देवबंद पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा। भीड़ ने पुलिस से साफ तौर पर कहा कि जब तक बड़े अधिकारी नहीं आएंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा नहीं देंगे, तब तक वे रास्ता नहीं खोलेंगे। हालात की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी मनीष बंसल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। लेकिन यहां भी ग्रामीणों ने डीएम और एसएसपी का घेराव कर लिया और जमकर नारेबाजी की।
ग्रामीणों ने बताया कि इस फैक्ट्री में गैर-पक्ष के लोग भी काम करते हैं जो धमाके के दौरान सुरक्षित बच गए, जबकि अन्य निर्दोष लोग मारे गए। इस पर संदेह जताते हुए ग्रामीणों ने साजिश की आशंका जताई। भीड़ ने तीन संदिग्ध लोगों को पकड़कर पुलिस को सौंपा और मांग की कि आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि कुछ ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगा, तो वे स्वयं उन्हें गोली मार देंगे। फिलहाल प्रशासन ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराने में जुटा हुआ है। डीएम मनीष बंसल ने बताया कि शुरुआती जांच में तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। शवों के अवशेषों को एकत्र कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। वहीं, फैक्ट्री के लाइसेंस और कार्यप्रणाली की जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। घटना की विस्तृत जांच के लिए विशेष टीम गठित कर दी गई है।
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने कहा कि पुलिस सभी पहलुओं की बारीकी से जांच कर रही है। प्रथम दृष्टया यह मामला सुरक्षा मानकों के उल्लंघन और संभवत: लापरवाही का प्रतीत हो रहा है, लेकिन साजिश के आरोपों को भी गंभीरता से लिया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर, इस दर्दनाक हादसे ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। पीड़ित परिवारों का रो-रो कर बुरा हाल है। गांव में मातम पसरा हुआ है और हर कोई प्रशासन से दोषियों को सख्त सजा देने की मांग कर रहा है। फिलहाल भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है और अधिकारी मौके पर डटे हुए हैं ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।