![]() |
विश्व क्षय रोग दिवस पर सरदारपुर में जागरूकता रैली, अधिकारी, कर्मचारी और आशा कार्यकर्ताओं का संदेश sandesh Aajtak24 News |
धार/सरदारपुर - सिविल अस्पताल सरदारपुर में विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर एक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया, जिसमें सभी अधिकारी, कर्मचारी, आशा कार्यकर्ता, और आशा पर्यवेक्षक शामिल हुए। रैली का मुख्य उद्देश्य क्षय रोग के प्रति समाज में जागरूकता फैलाना था और लोगों को इसके इलाज के बारे में जानकारी देना था। रैली का नेतृत्व खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. शीला मुजाल्दा ने किया, जिन्होंने इस अवसर पर प्रदेश को क्षय रोग मुक्त करने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि क्षय रोग पूरी तरह से ठीक होने वाला रोग है, बशर्ते मरीज नियमित उपचार लें। उन्होंने यह भी बताया कि इस रोग का उपचार सभी शासकीय अस्पतालों में निशुल्क उपलब्ध है। इस मौके पर डॉ. सचिन द्विवेदी ने कहा, "क्षय रोग एक जीवाणु द्वारा फैलने वाला रोग है, जो खांसने, छींकने, या रोगी के उपयोग किए गए बर्तन, तौलिये आदि से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। इसलिए, क्षय रोगियों को मुंह पर मास्क बांधना चाहिए और खांसते या छींकते समय कपड़ा रखना चाहिए, ताकि रोग के जीवाणु हवा में न फैलें। डॉ. द्विवेदी ने यह भी बताया कि क्षय रोग के प्रमुख लक्षणों में 15 दिनों तक खांसी, बुखार, और खासते समय बलगम का आना शामिल हैं। यदि किसी व्यक्ति को ऐसे लक्षण दिखें, तो उसे तुरंत जांच करवानी चाहिए। इस बीमारी की जांच सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में मुफ्त होती है। कार्यक्रम के दौरान, दो क्षय रोगियों को प्रधानमंत्री निक्षय पोषण योजना के तहत पोषण आहार किट प्रदान की गई। डॉ. यत्न जैन ने भी कहा कि बुखार आमतौर पर दोपहर बाद आता है और मरीज का वजन धीरे-धीरे कम होने लगता है, जो क्षय रोग का एक अन्य प्रमुख लक्षण है। रैली सिविल अस्पताल से प्रारंभ होकर बस स्टैंड, शिवाजी मार्ग, बाजार, तहसील कार्यालय, पंचमुखी चौराहा होते हुए पुनः सिविल अस्पताल लौट आई। रैली में शामिल सभी अधिकारी, डॉक्टर, आशा कार्यकर्ता और आशा पर्यवेक्षक ने लोगों को क्षय रोग के बारे में जागरूक किया और उन्हें इसके इलाज के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का संचालन सुरेश जर्मन ने किया और इस अवसर पर डॉ. शीला मुजाल्दा, डॉ. नितिन जोशी, डॉ. सचिन द्विवेदी, डॉ. अनिल पाटीदार, डॉ. यत्न जैन, डॉ. नीतू कोलारे, डॉ. हशमत बक्स, डॉ. मरियम, बीपीएम राजू गाडरियो, बीसीएम हुलास पाटीदार, पप्पू डोडवे, प्रदीप बारिया, रेवा शंकर पाटीदार, शंकर लाल मारु, सुरेश जर्मन, आशा कार्यकर्ता और आशा पर्यवेक्षक प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। यह जागरूकता रैली लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और क्षय रोग के इलाज के महत्व को समझाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।