अनुसूचित जाति-जनजाति समुदाय के लिए कानून की जानकारी, सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत Information on law and cultural programs were also presented for the SC-ST community

 


अनुसूचित जाति-जनजाति समुदाय के लिए कानून की जानकारी, सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत Information on law and cultural programs were also presented for the SC-ST community




सुकमा - जिला मुख्यालय सुकमा में सर्व आदिवासी समाज भवन, सोड़ीपारा में 02 अक्टूबर, बुधवार को एक सद्भावना शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य समाज में व्याप्त अस्पृश्यता जैसी कुरीतियों के प्रति जागरूकता फैलाना और छत्तीसगढ़ आकस्मिकता नियम 1995 के तहत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 के प्रावधानों की जानकारी प्रदान करना था।

इस कार्यक्रम में अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के लोगों को कानून के विभिन्न पहलुओं, विशेष रूप से नियम 11 एवं 12 के बारे में विस्तार से बताया गया। इसके साथ ही, आम जनता को कानूनी सहायता प्राप्त करने के तरीकों और अत्याचार के मामलों में अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपायों की जानकारी दी गई।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए, जिन्होंने समाज में व्याप्त भेदभाव और अत्याचार के खिलाफ अपने विचार व्यक्त किए। आयोजकों ने इस तरह के शिविरों के माध्यम से समाज में सद्भावना और समानता का संदेश फैलाने की प्रतिबद्धता जताई। इस अवसर पर बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी प्रस्तुति दी गई।

शिविर में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग श्री शरदचंद शुक्ला, जनपद उपाध्यक्ष श्री डमरू नाग, समाज प्रमुख श्री काशीमुद्दीन खान, श्री ठगडूराम यादव, श्री जगदीश निषाद, श्री सोनू राम नाग, श्रीमती भुवनेश्वरी यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी और कर्मचारीगण उपस्थित थे।

इस कार्यक्रम के माध्यम से आयोजकों ने समाज में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का संदेश दिया और सभी को मिलकर एक सशक्त और समान समाज के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।

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