कवर्धा - कबीरधाम जिले के ग्रामीणों में इस त्यौहार के मौसम में खुशियों की लहर दौड़ गई है, जब उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अपने पक्के घरों का गृह प्रवेश और भूमि पूजन किया। इस योजना के तहत मिले आर्थिक सहयोग से ग्रामीणों के चेहरे खिले हुए हैं, और वे अपनी खुशियों का इजहार कर रहे हैं।
सपने का हुआ साकार
रोटी, कपड़ा और मकान जीवन की मूलभूत जरूरत हैं, जिन्हें पूरा करने के लिए ग्रामीणों को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। प्रधानमंत्री आवास योजना ने ग्रामीणों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है। कबीरधाम जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में लोग अपने नए पक्के घरों का गृह प्रवेश करते हुए पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
ग्रामीणों की जुबानी
- श्री शिव कुमार बघेल, निवासी ग्राम पंचायत चचेडी, ने बताया कि "अपना पक्का घर बन जाना सुखद एहसास है, यह सरकार की मदद से संभव हुआ।"
- श्री अंतराम, ग्राम पंचायत गांगपुर, ने कहा, "मेरा अपना पक्का घर बन गया है, और मैं अब अपने परिवार के साथ शान से रहूंगा।"
- श्रीमती रजनी चंद्रवंशी, ग्राम पंचायत झलमला, ने साझा किया कि "सरकार द्वारा आवास स्वीकृत होने से हमारी परेशानियां कम हो गई हैं।"
आर्थिक सहायता से बदल गई तस्वीर
इस योजना के तहत कबीरधाम जिले में 30,944 आवासों की स्वीकृति दी गई है, जिसमें से 18,848 परिवारों के लिए आवास पहले ही स्वीकृत हो चुके हैं। इस वित्तीय वर्ष में इतनी बड़ी संख्या में आवासों की स्वीकृति एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
विशेष अभियान
प्रधानमंत्री आदिवासी न्याय महा अभियान योजना के अंतर्गत बैगा समुदाय के लिए 8,597 परिवारों का सर्वे किया गया था, जिनमें से 7,402 परिवारों को आवास की स्वीकृति मिल चुकी है।
नवीनतम प्रयास
कबीरधाम जिले में इस योजना का लाभ लेकर ग्रामीण उत्साहित हैं। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा की मेहनत और छत्तीसगढ़ शासन के प्रयासों से ग्रामीणों को उनके सपनों का घर मिल रहा है। इस बार की नवरात्रि उनके लिए खास है, क्योंकि वे अपने नए घरों में पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी ग्रामीणों से मिलकर उन्हें शुभकामनाएं दीं और नए आवास की बधाई दी। त्यौहार के मौसम में यह खुशी ग्रामीणों के लिए एक नया जीवन संचारित कर रही है।