दुर्ग पुलिस का साइबर अपराधों के खिलाफ जागरूकता अभियान: डेमो और पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से सुरक्षा टिप्स Durg Police's awareness campaign against cyber crimes: Safety tips through demo and poster exhibition

दुर्ग पुलिस का साइबर अपराधों के खिलाफ जागरूकता अभियान: डेमो और पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से सुरक्षा टिप्स Durg Police's awareness campaign against cyber crimes: Safety tips through demo and poster exhibition



 दुर्ग  – छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर के निर्देशन में, दुर्ग पुलिस ने राज्यव्यापी साइबर जन जागरूकता पखवाड़ा अभियान के अंतर्गत अनूठी पहल शुरू की है, जिसमें साइबर अपराधों से बचने के लिए ग्राहकों को डेमो और पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है।

मुख्य बिंदु:

  • साइबर सुरक्षा टिप्स: दुर्ग के सिविक सेंटर में एसबीआई बैंक के ग्राहकों को साइबर अपराधों से बचने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स दिए गए।
  • कार्यक्रमों का आयोजन: आईटीआई कॉलेज खुर्सीपार, ग्राम पतोरा उतई, वैशाली नगर क्षेत्र, और अम्रपाली रेजिडेंसी जामुल सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में साइबर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
  • डेमो और पोस्टर प्रदर्शनी: सिविक सेंटर में श्रद्धालुओं को साइबर ठगी से संबंधित डेमो और पोस्टर प्रदर्शनी लगाई गई। एएसपी श्री सुखनंदन राठौर, डीएसपी श्री सतीश ठाकुर और सीएसपी श्री सत्य प्रकाश तिवारी ने उपस्थित लोगों को साइबर ठगी से बचने के तरीके बताए।
  • साइबर ठगों के तरीके: दुर्ग पुलिस ने डेमो के माध्यम से दिखाया कि कैसे साइबर ठग नए तकनीकी तरीकों से लोगों को फंसाने का प्रयास करते हैं।

जागरूकता का संदेश:

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री सुखनंदन राठौर ने नागरिकों को सतर्क रहने का संदेश दिया और साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 का उपयोग करने की सलाह दी। सीएसपी श्री सत्य प्रकाश तिवारी ने कहा कि किसी भी संदिग्ध लिंक पर बैंक संबंधी जानकारी साझा न करें। डीएसपी श्री सतीश ठाकुर ने कहा कि लोभ में आकर कोई जानकारी साझा न करें।

सामुदायिक प्रभाव:

इस अभियान के अंतर्गत पुलिस अधिकारियों ने लगातार जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए हैं, जिसमें 200 से अधिक छात्राओं को आईटीआई कॉलेज खुर्सीपार में टिप्स दिए गए। विभिन्न गांवों में कुल 10,000 से अधिक लोगों को जागरूक किया गया।

दुर्ग पुलिस का यह प्रयास समाज में साइबर अपराधों के प्रति सतर्कता और जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो साइबर ठगी से बचाव का सशक्त माध्यम बन रहा है।

Post a Comment

Previous Post Next Post