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अम्बिकापुर में कलेक्टर की बैठक: छात्र सफलता के लिए शिक्षकों को निर्देशित किया Collector's meeting in Ambikapur: Teachers directed for student success |
अम्बिकापुर - शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अंबिकापुर के सभागार में शनिवार को जिले के हाई और हायर सेकंडरी विद्यालयों के प्राचार्यों की समीक्षा बैठक कलेक्टर श्री विलास भोस्कर और जिला शिक्षा अधिकारी अशोक सिन्हा की उपस्थिति में आयोजित की गई। इस बैठक में जिले के सभी 162 विद्यालयों के प्राचार्यों ने भाग लिया।
बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी बोर्ड परीक्षा 2025 में 10वीं और 12वीं की प्रावीण्य सूची में अधिकतम विद्यार्थियों का स्थान सुनिश्चित करना और जिले के औसत परीक्षा परिणाम में सुधार करना रहा। कलेक्टर श्री भोस्कर ने त्रैमासिक परीक्षा के परिणामों का अवलोकन किया और मेरिट में आने वाले विद्यार्थियों के चयन पर चर्चा की। उन्होंने सुझाव दिया कि जिन विद्यार्थियों का प्रदर्शन अच्छा है, उन्हें प्रोत्साहित किया जाए और उनके लिए अतिरिक्त कक्षाएं और सहायक सामग्री उपलब्ध कराई जाए।
इसके साथ ही, कलेक्टर ने विद्यालयों में शिक्षकों की विलंब से उपस्थिति और विद्यार्थियों की कम उपस्थिति वाले विद्यालयों को निर्देश दिया कि वे समुदाय का सहयोग प्राप्त कर शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करें। उन्होंने प्रथम एवं द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण विद्यार्थियों के लिए लक्ष्य तय करने और उन्हें अतिरिक्त सहायता प्रदान करने पर जोर दिया, ताकि उनकी सफलता का प्रतिशत बढ़ सके।
कलेक्टर ने पाठ्यक्रम की पूर्णता की स्थिति की भी जानकारी ली और कहा कि किसी भी स्थिति में दिसंबर तक पाठ्यक्रम पूरा किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि विद्यालय प्रयोगात्मक कार्यों पर ध्यान देंगे, तो विद्यार्थियों की समझ बढ़ेगी और ज्ञान अर्जित करने में मदद मिलेगी।
बैठक में प्राचार्यों ने अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा किए और पिछले वर्ष की परीक्षा 2024 के परिणाम में कमजोर प्रदर्शन वाले बच्चों के सुधार के लिए अपने विचार रखे। कलेक्टर श्री भोस्कर ने कहा कि शिक्षकों का अध्यापन कार्य छात्र केंद्रित होना चाहिए और विद्यालयों में बिना किताब के अध्यापन कराना चाहिए। उन्होंने पालकों से भी सतत संपर्क बनाए रखने पर जोर दिया, ताकि विद्यार्थियों के सुधार में मदद मिल सके।
कलेक्टर ने सभी संकुल प्राचार्यों को निर्देश दिया कि वे अपने संकुल में संचालित प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में प्रति सप्ताह दो दिन अध्यापन गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देते हुए अवलोकन करें। प्राचार्यों ने कमजोर छात्रों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं और डाउट क्लास का आयोजन करने के सुझाव दिए।
इस समीक्षा बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी श्री सिन्हा ने आभार व्यक्त करते हुए उम्मीद जताई कि इस बैठक का सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और लक्ष्य हासिल करने में सफलता मिलेगी। बैठक में एपीसी रविशंकर पांडेय, डीएमसी रविशंकर तिवारी, एपीसी बी एल अग्रवाल और जिले के सभी प्राचार्य उपस्थित थे।