महासमुंद - कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में राइस मिलर्स के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने कस्टम मिलिंग के तहत उपार्जित धान की चावल जमा कराने की प्रक्रिया में तेजी लाने पर जोर दिया। इस बैठक में अपर कलेक्टर श्री रवि कुमार साहू, जिला विपणन अधिकारी, जिला प्रबंधक (नान), जिला सहकारी केंद्रीय बैंक, डिपो इंचार्ज (भा. खा.ना.) और धान खरीदी केंद्रों के प्रभारी भी उपस्थित थे।
बैठक में खाद्य अधिकारी श्री संजय शर्मा ने बताया कि जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 के दौरान समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान की कस्टम मिलिंग के बाद 523,324 मीट्रिक टन चावल भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) में जमा करने का लक्ष्य है। जबकि अब तक केवल 379,272 मीट्रिक टन चावल ही जमा किया गया है।
कलेक्टर लंगेह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि 16 मिलर्स को चावल जमा करने के लिए स्टेक आबंटित किए जाने के बावजूद, 15 दिन से अधिक समय बीत जाने के बाद भी चावल जमा नहीं किया गया। इसके अलावा, 18 राइस मिलर्स ने 50 प्रतिशत से कम चावल जमा किया है। उन्होंने सभी मिलर्स को निर्देश दिया कि वे अपनी मिलिंग क्षमता के अनुसार चावल जल्दी जमा करें, ताकि निर्धारित समय सीमा का पालन हो सके।
बैठक में राइस मिलर्स ने एफसीआई और नागरिक आपूर्ति निगम में चावल जमा करने में आ रही समस्याओं के बारे में जानकारी दी। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को इन समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए निर्देशित किया। मिलर्स ने समितियों से धान की कमी की शिकायत भी की, जिसके समाधान के लिए कलेक्टर ने जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी को उचित कार्रवाई करने का आदेश दिया।