हिन्दी में चिकित्सा शिक्षा मील का पत्थर साबित होगी | hindi me chikitsa siksha mil ka pathar sabit hogi

 हिन्दी में चिकित्सा शिक्षा मील का पत्थर साबित होगी

स्थानीय आजाद चौक में "हिंदी में ज्ञान के प्रकाश" पर संगोष्ठी का आयोजन

ज्ञान के प्रकाश के रूप में दीप प्रज्वलन भी हुआ

हिन्दी में चिकित्सा शिक्षा मील का पत्थर साबित होगी | hindi me chikitsa siksha mil ka pathar sabit hogi


     हिन्दी में चिकित्सा शिक्षा मील का पत्थर साबित होगा। प्रदेश सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लेकर हिन्दी भाषा का मान बढ़ाया है। यह बात मुख्य अतिथि के रूप में श्री अम्बाराम कराड़ा ने आज स्थानीय आजाद चौक में "हिंदी में ज्ञान के प्रकाश" पर संपन्न हुई संगोष्ठी में कही। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्रीमती मंजूषा विक्रांत राय, श्री संतोष बराड़ा, नगरपालिका पूर्व अध्यक्ष श्री प्रदीप चन्द्रवंशी, श्री नवीन राठौर, श्री उत्कर्ष सिसोदिया, डॉ. जगदीश भावसार, स्थानीय बीकेएसएन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आरकेएस राठौर, अनुविभागीय अधिकारी श्री नरेन्द्र नाथ पाण्डेय, जिला शिक्षा अधिकारी श्री विवेक दुबे सहित महाविद्यालय के प्राध्यापक एवं विद्यालयो के शिक्षकगण सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।


      मुख्य अतिथि के रूप में श्री अम्बाराम कराड़ा ने संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह देश के प्रधानमंत्री ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनाकर ऐतिहासिक कार्य किया है, उसी तरह प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी हिन्दी भाषा में चिकित्सा शिक्षा शुरू करने का कार्य किया है, श्री कराड़ा ने बताया कि चिकित्सा शिक्षा के प्रथम वर्ष का पाठ्यक्रम हिन्दी में तैयार कर लिया गया है, जिसका कल शुभारंभ होगा। उन्होंने कहा कि भारत पूर्व से ही ज्ञान और विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी होकर विश्वगुरू रहा है। बीच के कुछ कालखण्ड ऐसे आए, जिसमें भारत के इतिहास को तोड़ मरोड़कर लिखा गया है। दुनिया का सबसे प्राचीन ग्रन्थ ऋग्‍वेद है, जो कि लगभग 15 हजार वर्ष पूर्व लिखा गया है। उन्होंने कहा कि हिन्दी समृद्धशाली भाषा है, जिसमें एक शब्द के अनेक पर्यावाची हैं, वही हमारी कविताओं का भी अर्थ नहीं निकाला जाता है, बल्कि उसे भावार्थ से समझा जाता है।


      इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्रीमती राय ने कहा कि हिन्दी में चिकित्सा शिक्षा क्रांतिकारी कदम है, इससे दुरस्थ अंचल में हिन्दी माध्यम से अध्ययन करने वाले प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को भी चिकित्सा शिक्षा का लाभ मिलेगा। इस अवसर पर डॉ. जगदीश भावसार, श्रीमती संगीता श्रीवास्तव, प्रोफेसर डॉ. बीएल मालवीय, श्री कमलेश नागर, श्रीमती सविता सूरी, भरड़ की कक्षा 9वी की छात्रा कु. रेखा जोशी, श्री दिलीप शर्मा, श्री कैलाश गौड़, श्री संतोष मालवीय ने भी हिन्दी विषय पर व्याख्यान एवं कविताएं पढ़ी। कार्यक्रम के समापन पर बीकेएसएन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राठौर ने उपस्थित जनों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन श्री हेमंत दुबे ने किया। कार्यक्रम के समापन पर उपस्थित अतिथियों ने "हिन्दी में ज्ञान का प्रकाश" के शुभारंभ की संध्या पर दीपक भी जलाए

Post a Comment

Previous Post Next Post